लगभग 130 लोगों ने संकल्प लिया की अब से वह हाथियों की सवारी नहीं करेंगे तथा इसके प्रति लोगों को जागरूक भी करेंगे. साथ ही रैली में सम्मिलित मिसेज इंडिया – प्राइड ऑफ जयपुर ट्विंकल पटोदिया ने कहा कि हाथी ही नहीं किसी की भी जानवर को अपने हित के लिए इस्तेमाल करना गलत है. साथ ही कॉमनवेल्थ गेम के रेसलर संग्राम सिंह ने बताया कि यह अच्छी पहल है की हाथियों के खलिाफ हो रहे अन्याय को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, इससे हाथियों की सवारियों में कमी आएगी।
अंत में लोगों को सम्बोधित करते हुए कंट्री हेड गजेंदर शर्मा ने बताया की हम लोगों और टूर संस्थाओं को प्रोत्त्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि हाथियों की सवारी करने से रोका जा सके. जिससे हाथियों के प्रति हो रही क्रूरता में कमी आएगी. क्योंकि हाथी एक जंगली जानवर है और इसे चिढिय़ाघर, सर्कस से निकलकर जंगल में रहना चाहिए ताकि विलुप्त हो रहे हाथियों को बचाया जा सके।
विश्व हाथी दिवस (world elephant day) के उपलक्ष्य पर वल्र्ड ऐनिमल प्रोटेक्शन ने साइकिल रैली का आयोजन किया, संस्था ने इसके माध्यम से आमेर किले पर हाथियों के सवारी के चलते हाथियों पर होने वाली क्रूरता और बीमारी के लिए जनता को जागरूक करने का संकल्प लिया।
इसके साथ ही संस्था द्वारा सायं 3 बजे पिंक सिटी प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस में आयोजन किया गया, जिसमें एक पत्रकार द्वारा प्रमुख रूप से पूछा गया कि सिर्फ हाथियों के बारे में आपकी संस्था क्यों सोच रही है, जबकि अन्य जानवरों के साथ भी क्रूरता की जाती है, इसपर कंट्री हेड गजेंदर जी बताया कि हमारी संस्था हर छोटे बड़े जानवरों पर हो रहे क्रूरता को लेकर आवाज उठा रही है, लेकिन हाथी के एक ऐसा पशु है जो खराब से खराब स्थिति में भी खुद को संयमित रखता है, आमेर के किले पर हाथियों की सवारी प्रमुख रूप है इसीलिए जयपुर में हम इसपर काम कर रहे हैं।
साथ ही एक अन्य पत्रकार ने पूछा कि हाथियों की सवारी बन्द होने पर उनके मालिक या मजदूर के घर का चूल्हा कैसे जलेगा? इसपर श्री शर्मा ने कहा कि हम सरकार से इसके विकल्प पर बात कर रहे हैं ताकि हाथियों की सवारी के विकल्प को खोजा जा सके। कार्यक्रम में टिम्मी कुमार, सुशील पुनिया, शुभो ब्रुतो घोष, निशान्त गुप्ता, हर्षा डोरिया आदि सम्मिलित रहे।