संविधान व देश बचाओ मोर्चा के सदस्य और फोरम फोर डेमोक्रेसी एंड कम्यूनल एमिटी के अध्यक्ष सवाई सिंह ने बताया कि 22 दिसंबर को करबला मैदान में ही बड़ा विरोध प्रदर्शन रखा गया था, जिसमें एक लाख से ज्यादा लोग शामिल होकर नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर करबला से रामनिवास बाग तक शांति मार्च निकाला जाना था।
लेकिन मुख्यमंत्री गहलोत पुलिस प्रशासन के आलाधिकारियों आयोजकों को कहा कि इतने लंबे मार्च के चलते अव्यवस्था फैल सकती है, और सड़कों पर ट्रेफिक जाम की स्थिति बन जाएगी अतः मार्च को पास ही में कहीं किया जाए। इस पर आयोजकों ने मोती डूंगरी रोड पर सभा और मार्च को तैयार हो गए।
स्थान बदलने से आयोजकों को परेशानी
आनन-फानन में विरोध प्रदर्शन का स्थान बदले जाने के बाद आयोजकों के सामने बड़ी परेशानी लोगों के संपर्क को लेकर है। क्योंकि प्रदेश में बैनर, पोस्टर, और सोशल मीडिया के जरिए विरोध प्रदर्शन का स्थान करबला मैदान ही रखा गया है।
ऐसे में अब आयोजक सोशल मीडिया, और फोन के जरिए लोगों को संदेश भेजकर विरोध प्रदर्शन का स्थान बदले जाने की सूचना दे रहे हैं। बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है, इसी की आंच अब जयपुर भी पहुंच चुकी है।