मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लंबे समय से चर्चाओं का बाजार गर्म है। मगर हर बार इस प्रश्न को लेकर नेता घुमाकर जवाब देते आए हैं। इस बार प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जवाब को घुमा दिया, मगर उन्होंने यह जरूर कहा कि राज्य सरकार के मंत्रियों के कामकाज पर कांग्रेस हाईकमान की नजर है। मंत्रियों का नियमित रूप से रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है। प्रत्येक मंत्री के कामकाज को लेकर कांग्रेस हाईकमान को नियमित रूप से रिपोर्ट भेजी जा रही है। जिन मंत्रियों की परफॉर्मेंस खराब है, उन्हें अगले फेरबदल में बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। इनकी जगह नए चेहरों को शामिल किया जाएगा। साथ ही अच्छी परफॉर्मेस वाले राज्य मंत्रियों को प्रमोट किया जाएगा।
मंत्रियों को मिल चुकी है हिदायत बताया जा रहा है कि अच्छी परफोरमेंस नहीं देने वाले मंत्रियों को संगठन की ओर से कई बार हिदायत भी दी चुकी है, मगर अभी तक कई मंत्रियों की परफोरमेंस में सुधार नहीं हो पा रहा है। यही वजह रही है कि संगठन और सरकार ने मिलकर मंत्रियों का कामकाज बढ़ा दिया है। जनता की नब्ज टटोलने के लिए मंत्री अपने प्रभार वाले जिले में हर 15 दिन में जनसुनवाई करेंगे। ताकि लोगों की समस्याओं का पता लगाया जा सके और उनकी समस्याओं का तुरंत समाधान किया जा सके। यही नहीं संगठन पदाधिकारियों के साथ मिलकर मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में काम करेंगे।
कामकाज को बनाया आधार हाइकमान ने मंत्रियों के विभागों के कामकाज की स्थिति और जिलों के दौरे और समस्याओं के निवारण को परफोरमेंस का आधार बनाया गया है। लगातार कुछ मंत्रियों के कामकाज को लेकर शिकायतें मिल रही थी। सरकार का एक साल पूरा होने वाला है। इस एक साल में हुए कामकाज के आधार पर मंत्रियों की परफोरमेंस का आधार तैयार किया गया है। इसी तरह पीसीसी में हुई जनसुनवाई के आधार पर भी कई मंत्रियों के कामकाज के बारे में संगठन तक रिपोर्ट पहुंची है।