जयपुर के निवासी राघव यादव ने बताया कि उन्होनें भगवान गणेश की आरती को कॉलरटयून बनाया है। काफी वक्त हो जाने के बाद भी मैंने कॉलरटयून चेंज नहीं की। भगवान गणेश से बहुत आस्था जुड़ी है। कुछ भी काम शुरू करना हो तो गणपति को याद किया जाता है। मंैने जो कॉलरट्यून लगाई है उससे जो भी मुझे कॉल करते हैं उन्हे खुशी होती है।
मैंने कुछ- कुछ होता है सांग की म्यूजिकल ट्यून को कॉलर ट्यून बनाई है। मुझे ये मूवी बहुत पसंद है। यह कहना है जयपुर निवासी सरिता बलवंत का। उन्होनें ने बताया कि वे इस मूवी को आज भी देखती है तो फ्रैंडशिप की वेल्यू समझ में आती है इसलिए मुझे लगता है कि मेरी लाइफ में भी ऐसे फ्रैं ड हैं जो केयरिंग हैं और फ्रैंडशिप को समझते हैं। इसके अलावा ये म्यूजिकल ट्यून मुझे मैजिकल लगती है जब कोई कॉल करता होगा तो गुनगुनाए बिना रह नहीं पाता होगा।
सांस है जब तल्क ना रूकेंगे कदम… ये गीत शहीद मूवी का है। ३ साल से मैनें इसे अपनी कॉलरट्यून बनाई हुई है। हसनपुरा के योगेश बताते है कि इस गाने के बोल मेरे दिल के बहुत करीब है। ये कॉलर ट्यून इंस्पायरिंग है। मुझे भी इस गीत से बहुत हौंसला और एनर्जी मिलती है।
मैने नैस्केफे कॉफी की धुन को कॉलरट्यून बनाया है। मुझे कॉफी बहुत पसंद है स्पेशली कोल्ड कॉफी । यह कहना है संगीता का। उनका मानना है कि सभी कॉलरट्यून अपनी पसंद से या फेवरेट सॉन्ग से रिलेटेड लगाते हैं। नेस्केफे की टयून बहुत सॉफ्ट है और सुनने में अच्छी लगती है। इस ट्यून को सुनकर जो भी मुझे कॉल करते हैं उन्हें मेरी एक आदत या पसंद का तो पता चल ही जाता है। जो मुझे जानते भी नहीं है वो भी समझ जाते हैं कि मुझे कॉफी पीना पसंद है।