12वीं बोर्ड परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग को लेकर अब स्टूडेंट्स ने Cancel12thboardexams2021जैसे कैम्पेन शुरू कर दिए हैं। इन स्टूडेंट्स के कहना है कि क्या 12वीं बोर्ड के स्टूडेंट्स को कोरोना नहीं हो सकता। इतना ही नहीं इन स्टूडेंट्स का कहना है कि जब 10वीं बोर्ड रद्द किए जा सकते हैं तो 12वीं बोर्ड क्यों नहीं। सरकार को 12वीं बोर्ड के स्टूडेंट्स के साथ जस्टिस करना चाहिए। अपनी मांग को लेकर स्टूडेंट्स मीम्स भी शेयर कर रहे हैं।
प्रियंका गांधी और सिसोदिया भी शामिल
गौरतलब है कि 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग करने वालों में प्रियंका गांधी, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया भी शामिल हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सीबीएसई बोर्ड के फैसले पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि 12वीं की परीक्षा पर भी निर्णय लिया जाना चाहिए। जून तक छात्रों को अनुचित दबाव में रखने का कोई औचित्य नहीं है। मैं सरकार से इस पर भी अभी ही निर्णय लेने की अपील करती हूं।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने भी इस फैसले पर खुशी जताई है। उन्होंने ट्विट किया 12वीं के छात्रों के मन में चिंता बनी रहेगी। उसे दूर किया जा सकता था। मैं अपील करता हूं कि 12वीं के छात्रों को भी आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर प्रमोट किया जाए।
वहीं प्रदेश की बात करें तो संयुक्त अभिभावक संघ ने भी 12वीं बोर्ड परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग की है। संघ के प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि सीबीएसई ने 10 वीं बोर्ड एग्जाम को रद्द कर दिए और 12वीं बोर्ड स्थगित किया लेकिन 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए भी ऐसा ही निर्णय होना चाहिए। जून में कब एग्जाम होंगे, कब रिजल्ट आएगा और अब बच्चे कॉलेजों में दाखिला लेंगे। इसमे सबसे बड़ी समस्या विदेशों में आने वाली वहां कॉलेजों के एडमिशन खुल चुके हैं, देश में अगर जून में एग्जाम होते भी हैं तो अगस्त सितम्बर तक रिजल्ट आएगा, तब तक विदेशों के कॉलेजों में एडमिशन ही समाप्त हो जाएंगे।