ब्रिटेन और अमेरिका के वैज्ञानिकों ने पहली बार 25 प्रकार के कैंसर की जेनेटिक मैपिंग कर उनके परिणामों का मूल्यांकन किया है। दरअसल शोध में अलग-अलग तरह के कैंसर से पीड़ित 25 मरीजों से 725 कैंसर कोशिकाओं की लाइन तैयार की गई। इसके बाद शोध संस्थानों ने इसका अध्ययन किया। शोध में अलग-अलग तरह के कैंसर से पीड़ित 25 मरीजों से 725 कैंसर कोशिकाओं की लाइन तैयार की गई। इसके बाद शोध संस्थानों ने इसका अध्ययन किया।
राजस्थान में तेजी से बढ़ रहे कैंसर के मरीज हाल ही में जारी नेशनल हैल्थ प्रोफाइल-2019 की रिपोर्ट के मुताबिक एक साल के अंतराल में देश में कैंसर के मामले तीन गुना से ज्यादा बढ़ गए हैं। राजस्थान में 2017 में सरकारी एनसीडी केंद्रों में पहुंचे 30,91,378 लोगों में से 1,358 लोगों में सामान्य कैंसर पाया गया।वहीं 2018 के दौरान यह आंकड़ा बढ़कर 3,414 हो गया। यह करीब 150 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
दवा बनाने में आसानी होगी
एमआईटी के ब्रोड इंस्टीट्यूट के प्रो. अवियाद तेशेरनियाक का कहना है कि इस तरह का ये पहला शोध है। कैंसर पर शोध करने वालों के लिए अहम है। हमने दो अलग-अलग अध्ययन में ये पाया है और इसमें किसी भी तरह का मतभेद नहीं है। भविष्य में इससे कैंसर को जड़ से खत्म करने के लिए दवा तैयार हो सकेगी। वेलकम सांगेर इंस्टीट्यूट के डॉ. फ्रांसेस्को ओरिया का कहना है कि इस शोध के बाद कैंसर के इलाज में हम और एक पीढ़ी आगे निकलेंगे।