आपको बता दे ये सेल्स फेफड़े, स्किन, ब्लड, कोलोन, ब्रेस्ट, हड्डियां, प्रॉस्टेट, ओवेरियन, किडनी और सर्वाइकल में होने वाले कैंसर सेल्स तक पहुंचता है और हमारे शरीर में मौजूद हेल्दी सेल्स को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता। ये टी-सेल थेरपी कैंसर के इलाज में एक नई पद्धी है । इस थेरपी में इम्यून सेल्स को निकालकर, उन्हें मॉडिफाई करके मरीज के खून में वापस डाल दिया जाता है ताकि ये मॉडिफाइ्ड इम्यून सेल्स कैंसर सेल्स को खत्म कर सकें। फिलहाल कैंसर के इलाज में सबसे ज्यादा जिस थेरपी का इस्तेमाल होता है उसका नाम CAR-T है जो हर मरीज के लिए पर्सनलाइज्ड होता है लेकिन सिर्फ कुछ ही तरह के कैंसर के इलाज में सफल साबित हुआ है।
सेल थेरपी से कैंसर का हर मरीज हो पाएगा ठीक
अगर इन टी-सेल थेरपी का प्रभाव कैंसर सेल पर भी सफल रहा तो वैज्ञानिकों का मानना है कि एक तीर से कई शिकार करने वाला सिस्टम हमारे शरीर के अंदर ही मजबूत किया जा सकता है। कार्डिफ यूनिवर्सिटी टीम की इस खोज को नेचर इम्यूनोलॉजी मेडिकल जर्नल में प्रकाशित किया गया है। प्रफेसर एंड्रयू सीवेल का दावा है कि इस टी-सेल थेरपी से कैंसर के हर मरीज को ठीक किया जा सकता है।