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प्रदूषण बन सकता है फेफड़े, श्वसन नली और मूत्राशय कैंसर का कारण

locationजयपुरPublished: Nov 06, 2019 08:28:56 pm

Submitted by:

Anil Chauchan

Cancer : जयपुर . पिछले कुछ समय से हर व्यक्ति Polluted Air में सांस लेने को मजबूर है। दिल्ली सहित प्रदेश में तेजी से बढ़ता Pollution स्वास्थ्य पर कई हानिकारक प्रभाव डाल रहा है। यह शरीर के Immune System (रोग प्रतिरोधक क्षमता) को कम करने के साथ ही कैंसर जैसी भयानक Diseases का भी कारण बन सकता है।

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Cancer

cancer : जयपुर . पिछले कुछ समय से हर व्यक्ति प्रदूषित हवा ( polluted air ) में सांस लेने को मजबूर है। दिल्ली सहित प्रदेश में तेजी से बढ़ता प्रदूषण ( pollution ) स्वास्थ्य पर कई हानिकारक प्रभाव डाल रहा है। यह शरीर के इम्यून सिस्टम Immune system (रोग प्रतिरोधक क्षमता) को कम करने के साथ ही कैंसर जैसी भयानक बीमारियों ( Diseases ) का भी कारण बन सकता है। हवा प्रदूषण से होने वाले कैंसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्यूएचओ) सहित कई विश्वस्तरीय संस्थान अनुंसधान कर चुके हैं, जिसमें बढ़ते प्रदूषण कैंसर को कैंसर का एक प्रमुख कारण माना गया है।

इंसान के शरीर में वायु प्रदूषण जल्दी असर करता है, क्योंकि यह सांस के साथ हवा के रूप में शरीर में पहुंचता है। प्रदूषण में मौजूद हानिकारक केमिकल और डस्ट पार्टिकल्स श्वसन नली के जरिए शरीर में पहुंचते हैं और रक्त में घुलकर शरीर के अन्य अंगों पर हानिकारक प्रभाव डालते हैं। वर्तमान में डब्ल्यूएचओ की ओर से प्रकाशित ग्लोबल ट्रायल में सामने आया है कि जैसे-जैसे हवा में पार्टिकल साइज और डेनसिटी बढ़ती है उसी के साथ कैंसर होने की संभावना भी बढ़ती है। इसमें प्रमुख रूप से लंग कैंसर, लीवर, मूत्राशय, आंत व श्वांस नली के कैंसर शामिल हैं। प्रदूषण से होने वाले कैंसर के रोगियो की मौत की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी गई है।

मुंह और स्तन कैंसर के बढ़ रहे रोगी
कैंसर रोग विशेषज्ञ, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. नरेश सोमानी ने बताया कि पुरुषों और महिलाओं दोनों में कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। इनमें पुरूषों में मुंह और महिलाओं में स्तन कैंसर के केस सर्वाधिक है। बीएमसीएचआरसी के रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. दिनेश सिंह ने बताया कि आईसीडी कोडेड के आधार पर तैयार आंकडों के अनुसार चिकित्सालय में पिछले पांच वर्षों के आंकड़ों के अनुसार रोगियों में तेजी से वृद्धि हो रही है। इसके अनुसार पुरूषों और महिलाओं में पांच प्रमुख कैंसर में पुरुषों में मुंह, श्वसन, पाचनतंत्र, रक्त कैंसर, जननागों के कैंसर और महिलाओं में स्तन, जननागों, पाचनतंत्र, रक्त एवं मुंह का कैंसर शामिल है।

इन लक्षणों का रखें विशेष ध्यान -:
आमतौर पर कैंसर के लक्षण सामान्य बीमारी की तरह नजर आते हैंए लेकिन यह लक्षण ठीक नहीं होकर समय के साथ बते रहते है। ऐसे में जरूरी है कि शरीर में आने वाले परिवर्तनों को नजर अंदाज करे बगैर समय पर चिकित्सक की परामर्ष लेकर जांच करवाएं। खान.पान या शौच की आदतों पर बदलाव, आवाज में परिवर्तन, मुंह में छालाए ना भरने वाला घाव, शरीर के किसी भी अंग में गांठ का महसुस होना सभी कैंसर के शुरूआती लक्षण होते हैं।
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