सरस घी 10 रुपए लीटर महंगा
राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन ने सरस घी के कंज्यूमर पैक में 10 रुपए लीटर और 15 किलो टिन पैक में 20 रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी की है। नई दरें शुक्रवार से लागू होंगी। 1 लीटर पैक 375 की जगह 385 रुपए में मिलेगा। 5 लीटर टिन पैक 1875 की जगह 1925 में मिलेगा। 15 किलो टीन पैक 5550 रुपए की बजाय 5850 रुपए मेे मिलेगा।
राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन ने सरस घी के कंज्यूमर पैक में 10 रुपए लीटर और 15 किलो टिन पैक में 20 रुपए प्रति किलो की बढ़ोतरी की है। नई दरें शुक्रवार से लागू होंगी। 1 लीटर पैक 375 की जगह 385 रुपए में मिलेगा। 5 लीटर टिन पैक 1875 की जगह 1925 में मिलेगा। 15 किलो टीन पैक 5550 रुपए की बजाय 5850 रुपए मेे मिलेगा।
एमएसपी से कम दामों पर सरसों नहीं बेचेगी नाफेड
नेशनल एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव मार्केटिंग फैडरेशन ऑफ इंडिया (नाफेड) इस साल देश में करीब 17 लाख टन सरसों न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदेगी। यह एजेंसी देश में अभी तक लगभग 4.50 लाख टन सरसों की खरीद एमएसपी पर कर चुकी है। वर्तमान में सरसों का एमएसपी 4200 रुपए प्रति क्विंटल है, जबकि मंडियों में सरसों के भाव 3400 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास चल रहे हैं। नाफेड के एमडी संजीव कुमार चढ्ढा ने बताया कि सरसों की खरीद जून के अंत तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि किसानों को डरने की जरूरत नहीं है। चुनावों के कारण खरीद में थोड़ा विलंब अवश्य हुआ है, लेकिन अब खरीद की रफ्तार बढ़ा दी गई है। एमडी ने कहा कि सिर्फ नाफेड ही सरसों की खरीद कर रही है, इसके लिए स्टेट एजेंसियों को भी सामने आना चाहिए, जिससे किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिल सके। गौरतलब है कि इस समय स्टॉकिस्ट भी सरसों की खरीदारी से दूरी बनाए हुए है। इस कारण भी सरसों के भाव नहीं बढ़ पा रहे हैं। उन्हें डर है कि कहीं नाफेड एमएसपी से नीचे सरसों की बिकवाली नहीं कर दे। चढ्ढा ने कहा कि हम एमएसपी से कम भाव पर सरसों नहीं बेचेंगे। नाफेड तो फायदे से ही सरसों की बिकवाली करना चाहेगी।
नेशनल एग्रीकल्चर कोऑपरेटिव मार्केटिंग फैडरेशन ऑफ इंडिया (नाफेड) इस साल देश में करीब 17 लाख टन सरसों न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदेगी। यह एजेंसी देश में अभी तक लगभग 4.50 लाख टन सरसों की खरीद एमएसपी पर कर चुकी है। वर्तमान में सरसों का एमएसपी 4200 रुपए प्रति क्विंटल है, जबकि मंडियों में सरसों के भाव 3400 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास चल रहे हैं। नाफेड के एमडी संजीव कुमार चढ्ढा ने बताया कि सरसों की खरीद जून के अंत तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि किसानों को डरने की जरूरत नहीं है। चुनावों के कारण खरीद में थोड़ा विलंब अवश्य हुआ है, लेकिन अब खरीद की रफ्तार बढ़ा दी गई है। एमडी ने कहा कि सिर्फ नाफेड ही सरसों की खरीद कर रही है, इसके लिए स्टेट एजेंसियों को भी सामने आना चाहिए, जिससे किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिल सके। गौरतलब है कि इस समय स्टॉकिस्ट भी सरसों की खरीदारी से दूरी बनाए हुए है। इस कारण भी सरसों के भाव नहीं बढ़ पा रहे हैं। उन्हें डर है कि कहीं नाफेड एमएसपी से नीचे सरसों की बिकवाली नहीं कर दे। चढ्ढा ने कहा कि हम एमएसपी से कम भाव पर सरसों नहीं बेचेंगे। नाफेड तो फायदे से ही सरसों की बिकवाली करना चाहेगी।