इस बार परीक्षाओं के दौरान अन्य विद्यार्थियों की शिक्षा बाधित नहीं हो इसे ध्यान में रखते हुए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सभी केन्द्राधीक्षकों व जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस बार 12 वीं व 10वीं बोर्ड की परीक्षाओं में केन्द्राधीक्षक जरूरत से ज्यादा वीक्षक लगाकर अपने चहेतों को उपकृत नहीं कर सकेंगे। और ना ही ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षक शहरी क्षेत्र के परीक्षा केन्द्र पर अपनी डयूटी लगवा सकेंगे। इस बार दोनों बोर्ड परीक्षाएं एक ही पारी सुबह साढ़े 8 से11.45 बजे तक आयोजित की जाएंगी।
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यह भी किया परिवर्तन इस बार बोर्ड परीक्षा सुव्यवस्थित रूप से कराने तथा स्कूलों में बोर्ड कक्षाओं के अलावा अन्य कक्षाओं में शिक्षण कार्य सुचारू रखने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश देकर कड़ाई से इसकी पालना करवाने को पाबंद किया है।
जानकारी अनुसार निदेशालय को पिछले कई वर्षो से जानकारी मिल रही थी कि कुछ शिक्षक अनावश्यक अपनी ड्यूटी लगवा लेते हैं, जिससे अन्य कक्षाओं के विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित होती है। इस परेशानी को देखते हुए इस बार निदेशालय ने परीक्षाओं के शुरू होने से पहले ही दिशा-निर्देश देकर इस प्रवृत्ति पर रोक लगाने के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
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जिला शिक्षा अधिकारी को शाला दर्पण पर देखकर नजदीक की स्कूलों के शिक्षकों को ही वीक्षक लगाए जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यह भी कहा है कि यदि विशेष परिस्थितियों में प्रारम्भिक शिक्षा के शिक्षकों की बोर्ड परीक्षा केन्द्रों पर ड्यूटी लगानी पड़े तो नोडल संस्था प्रधान से समन्वय स्थापित कर नजदीक की प्रारम्भिक शिक्षा की स्कूल के शिक्षकों को ही वीक्षक बनाया जा सकेगा।
मिले हैं निर्देश निदेशालय से निर्देश मिले हैं कि बोर्ड परीक्षाओं में प्रारम्भिक शिक्षा के शिक्षकों को वीक्षक नहीं बनाया जाए। किसी विशेष परिस्थिति में ज्यादा आवश्यकता होने पर नजदीक की प्रारम्भिक शिक्षा स्कूल के शिक्षक को वीक्षक बनाया जा सकेगा। परीक्षा केन्द्रों पर फालतू की भीड़ कतई बर्दाश्त नहीं होगी।
सीताराम गर्ग, डीईओ माध्यमिक शिक्षा, प्रथम, नागौर।