और करीब हो जाएंगे करोड़ों साल बाद
इस जोड़ी का एक तारा सूर्य जैसा है। वह अपना अधिकांश हाइड्रोजन वातावरण सफेद बौने तारे को ‘दान’ कर रहा है। इन तारों की खोज करने वाली टीम का कहना है कि सूर्य जैसा तारा अंतत: घनी, हीलियम युक्त कोर में बदल जाएगा। करीब सात करोड़ साल बाद दोनों तारे एक-दूसरे के और करीब हो जाएंगे। तब इनका परिक्रमा काल घटकर 18 मिनट तक हो सकता है।
पहली बार सीधे देखी संक्रमण प्रणाली
पहली बार तारों की इस तरह की संक्रमण प्रणाली सीधे देखी गई है। एमआइटी के भौतिकी विभाग से जुड़े केविन बर्ज का कहना है, ‘यह दुर्लभ मामला है, जब हमने तारे को हाइड्रोजन से हीलियम अभिवृद्धि करते हुए पकड़ा है। तारों के संक्रमण काल के अध्ययन की दृष्टि से यह खोज सुकून देने वाली है।’