जानकारी के अनुसार इस बार प्रायोगिक परीक्षाओं के दिनों में भी कटौती की गई है। अब तक प्रायोगिक परीक्षा 15 फरवरी तक चलती थी, इस बार बोर्ड ने विद्यार्थियों की सुविधा को देखते हुए सात फरवरी तक ही प्रायोगिक परीक्षा का टाइम टेबल जारी किया है। बोर्ड का मानना है कि परीक्षा के दिनों में इससे विद्यार्थियों को काफी फायदा होगा।
प्रायोगिक परीक्षा के लिए हर केंद्रों पर बोर्ड की तरफ से आर्ब्जवर नियुक्त किए जाएंगे। जिस केंद्र पर परीक्षा होगी, उसकी जानकारी स्कूल बोर्ड को देगा। डेट शीट के आधार पर बोर्ड हर केंद्र पर आब्जर्वर नियुक्त करेगा। आब्जर्वर के अलावा एक्सटर्नल भी रहेंगे। स्कूल को हर बैच का ग्रुप फोटो बोर्ड के एप पर अपलोड करना होगा। इससे फर्जीवाड़ा रुकेगा। अभी तक कई विद्यार्थी स्कूल संचालकों से सांठ—गांठ कर प्रायोगिक परीक्षा नहीं देते थे या फिर उनके स्थान पर दूसरा व्यक्ति परीक्षा देता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब हरेक बैच की फोटोग्राफ स्कूल को एप पर अपलोड करनी होगी। फोटो भी ऐसी होनी चाहिए, जिसमें हरेक विद्यार्थी की पहचान हो सके। जिससे कहीं भी कोई शिकायत की गुंजायश ही नहीं रहे।
सेटेलाइट से होगी मॉनिटरिंग
प्रायोगिक परीक्षा पर बोर्ड निगरानी रखेगा। इसके लिए एप बनाया गया है। इस एप को स्कूल डाउनलोड करेगा। जल्द ही सीबीएसई इसकी जानकारी स्कूलों को देगा। स्कूल में प्रयोगशाला की स्थिति सही नहीं होने के कारण बोर्ड ने होम सेंटर समाप्त करने का फैसला खत्म कर दिया है। 2020 की प्रायोगिक परीक्षा होम सेंटर पर ही होगी। स्कूल कोई फर्जीवाड़ा नहीं करें, इस पर सीबीएसई पूरी तरह से नजर रखेगा।