सीबीएसई ने संबद्ध स्कूलों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि कोडिंग को छठी से आठवीं कक्षा में 12 घंटे के स्किल मोड्यूल के तौर पर शामिल किया जाएगा। इससे बच्चों में तार्किक तौर पर सोचने की क्षमता बढ़ेगी। वह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बारे में जान सकेंगे। वहीं डेटा साइंस को कक्षा 8 में 12 घंटे के स्किल मोड्यूल के तौर पर शामिल किया जाएगा जबकि कक्षा 11वीं और 12वीं में इसे स्किल सब्जेक्ट के तौर पर शामिल किया जाएगा। सीबीएसई ने कहा कि डाटा साइंस विषय से स्टूडेंट्स समझ सकेंगे कि किस तरह डाटा जुटाया और संग्रहित किया जाता है। उसका विश्लेषण करके कैसे निर्णय किया जाता है।
सीबीएसई ने कहा कि जो स्कूल 11वीं में स्किल विषय के तौर पर इन विषयों को शामिल करने के लिए आवेदन करेंगे, उन्हें कोई फीस नहीं देनी होगी।
माइक्रोसॉफ्ट ने तैयार की सप्लीमेंट्री हैंडबुक
इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट ने सीबीएसई पैटर्न और स्ट्रक्चर के मुताबिक कोडिंग और डेटा साइंस में सप्लीमेंट्री हैंडबुक तैयार की है। यह हैंडबुक एक ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म के लिए एक्सपोजर देगी। यह प्लेटफॉर्म स्टूडेंट्स को मैथ्स, लैंग्वेज और सोशल साइंस सहित सभी विषयों में बेहतर तरीके से सीखने में सक्षम बनाएगा।
सीबीएसई ने कहा कि जो स्कूल 11वीं में स्किल विषय के तौर पर इन विषयों को शामिल करने के लिए आवेदन करेंगे, उन्हें कोई फीस नहीं देनी होगी।
माइक्रोसॉफ्ट ने तैयार की सप्लीमेंट्री हैंडबुक
इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट ने सीबीएसई पैटर्न और स्ट्रक्चर के मुताबिक कोडिंग और डेटा साइंस में सप्लीमेंट्री हैंडबुक तैयार की है। यह हैंडबुक एक ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म के लिए एक्सपोजर देगी। यह प्लेटफॉर्म स्टूडेंट्स को मैथ्स, लैंग्वेज और सोशल साइंस सहित सभी विषयों में बेहतर तरीके से सीखने में सक्षम बनाएगा।