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कोरोना में अभिभावकों को खो चुके विद्यार्थियों की बोर्ड फीस माफ करेगा सीबीएसई

locationजयपुरPublished: Sep 24, 2021 10:36:29 pm

Submitted by:

MOHIT SHARMA

देशभर के कक्षा 10 वीं और 12 वीं के ऐसे विद्यार्थियों को राहत दी

कोरोना में अभिभावकों को खो चुके विद्यार्थियों की बोर्ड फीस माफ करेगा सीबीएसई

कोरोना में अभिभावकों को खो चुके विद्यार्थियों की बोर्ड फीस माफ करेगा सीबीएसई

जयपुर/नई दिल्ली. कोरोना काल में अपने अभिभावकों को या संरक्षकों को खो चुके विद्यार्थियों को केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बड़ी राहत दी है। अब सीबीएसई ऐसे विद्यार्थियों से बोर्ड परीक्षा शुल्क और पंजीकरण शुल्क नहीं लेगा। जानकारी के अनुसार देशभर में ऐसे करीब हजार से अधिक सीबीएसई के विद्यार्थी हैं, जिन्होंने कोरोना के कारण अपने माता-पिता या संरक्षक को खोया है। हाल ही सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज ने इस संबंध में देशभर के सभी सीबीएसई स्कूलों के लिए एक आदेश जारी किया है, जिसमें बोर्ड परीक्षा शुल्क और पंजीकरण शुल्क माफ करने की जानकारी दी गई है।
देर से आया सीबीएसई का निर्णय
सीबीएसई ने यह निर्णय काफी देर से लिया है, जिसकी वजह से विद्यार्थी परेशान हैं, जबकि वे फीस माफी के लिए लंबे समय से मांग कर रहे थे। सीबीएसई बोर्ड की फीस भरने की अंतिम तिथि ३० सितम्बर है और लेट फीस से आवेदन करने की अंतिम तिथि ९ अक्टूबर है। विद्यार्थियों का कहना है कि मृत्यु प्रमाण पत्र में कोरोना का हवाला होने से लेकर लंबी प्रक्रिया पूरी करने की बाद ही उन्हें इसका लाभ मिल सकेगा और अब इतना समय नहीं है।
कक्षा 10 और 12 के विद्यार्थियों को राहत
सीबीएसई ने आदेश जारी कर देशभर के कक्षा १०वीं और १२वीं के ऐसे विद्यार्थियों को राहत दी है, जिन्होंने कोरोना काल में अपनों को खोया है। साथ ही सीबीएसई ने सभी स्कूलों से यह भी कहा है कि वे ऐसे सभी विद्यार्थियों की सूची भी तैयार करें। सीबीएसई के इस निर्णय से प्रत्येक विद्यार्थी को करीब १५०० से २५०० रुपए की राहत मिलेगी।
कई राज्य पहले ही दे चुके हैं राहत
जानकारी के अनुसार कोरोना काल में अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों की पढ़ाई सुचारू रखने के लिए राजस्थान सरकार, दिल्ली सरकार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और बिहार सरकार आर्थिक मदद देने की घोषणा पहले से ही कर चुकी है। इसके अलावा भी कई राज्य अपने स्तर पर ऐसे बच्चों की मदद कर रहे हैं। साथ ही सामाजिक संस्थाएं भी आगे आ रही हैं।
सीबीएसई का अच्छा निर्णय
सीबीएसई का यह अच्छा निर्णय है। इससे कोरोना काल में अपने पेरेन्ट्स को खो चुके विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। स्कूल प्रशासन भी अपने स्तर पर ऐसे बच्चों की मदद को तैयार है। – उषा शर्मा, स्कूल प्रिंसिपल, जयपुर
&सीबीएसई का यह स्वागत योग्य कदम है। इससे ऐसे विद्यार्थियों को संबल मिलेगा। वे अपनी पढ़ाई सुचारू रख सकेंगे। इन विद्यार्थियों की मदद के लिए स्कूल प्रशासन के साथ ही सामाजिक संस्थाएं भी आगे आ रही हैं। – किशोर तिवाड़ी, स्कूल प्रिंसिपल, राजकोट
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