आवासीय शिविर में आए शिक्षकों ने बताया कि महिला सुरक्षा के नाम पर शिविर में कोई व्यवस्था नहीं थी। लैट बाथ में भी पानी की उचित व्यवस्था नहीं होने से उन्हें परेशानी हुई। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार की व्यवस्था रही तो वे इन शिविरों का बहिष्कार करेंगे।
महिला शिक्षिकाओं ने बताया कि टॉयलेट में भी पानी की उचित व्यवस्था नहीं है। जिसकी वजह से महिलाओं को दैनिक कार्यों में परेशानी हुई। नहाने के लिए भी पानी वॉसवेशन ले लेना पड़ा।
मैं अवकाश पर हूं। कैमरे तो लगे हैं पर उन्हें तो हमने ढंकवा दिया था। मालूम करती हूं क्या मामला है।
इंदिरा आर्य, संस्था प्रधान, स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल, सुवाणा दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई
शिक्षकों को गृह जिले में ही गैर आवासीय शिविर कराएं जाएं। महिला शिक्षकों के लिए सुरक्षा की विशेष व्यवस्था होनी चाहिए। शिक्षकों को शिविर के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है। भीलवाड़ा जिले में महिला शिक्षिकाओं के कमरों में जो कैमरे लगे हुए थे वह निंदनीय है, इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
शेर सिंह चौहान, वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष, राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ