जानकारी ये भी सामने आई है कि जिन लोगों ने टोल प्लाज़ा पर हमला किया और नकदी लूटी उनका ताल्लुक एक प्रमुख राजनीतिक दल के विधायक से है। बताया जा रहा है कि ये पूरा घटनाक्रम बजरी के ट्रेलर के टोल प्लाज़ा से गुजरने को लेकर हुए विवाद से जुड़ा है।
9 लाख रूपए की नकदी लूटी
रात के अँधेरे में अचानक से ताबड़तोड़ हुए हमले को टोलकर्मी भांप भी नहीं सके। सीसीटीवी कैमरे में कैद वीडियो में भी साफ़ देखा जा सकता है कि जैसे ही हमला हुआ सभी टोलकर्मियों ने यहां-वहां भागते हुए अपनी जान बचाई। टोलकर्मियों के भाग छूटने के बाद हमलावरों ने टोल प्लाज़ा में जमा हुई लगभग 9 लाख रूपए तक की नकदी लूट ली और फरार हो गए।
रात के अँधेरे में अचानक से ताबड़तोड़ हुए हमले को टोलकर्मी भांप भी नहीं सके। सीसीटीवी कैमरे में कैद वीडियो में भी साफ़ देखा जा सकता है कि जैसे ही हमला हुआ सभी टोलकर्मियों ने यहां-वहां भागते हुए अपनी जान बचाई। टोलकर्मियों के भाग छूटने के बाद हमलावरों ने टोल प्लाज़ा में जमा हुई लगभग 9 लाख रूपए तक की नकदी लूट ली और फरार हो गए।
टोल नहीं देने से शुरू हुआ विवाद
प्रारम्भिक जानकारी में सामने आया है कि विधायक के बजरी के करीब दो दर्जन वाहन बनास और बेड़च नदी से प्रतिदिन बजरी भर कर कोटा, बूंदी के लिए जाते हैं। ऐसे में बजरी वाहनों का टोल शुल्क नहीं देने को लेकर आये दिन बहस और विवाद होता है। इस बार भी यही विवाद था जो ज़्यादा बढ़ गया और नौबत हमला और लूट तक पहुँच गई।
प्रारम्भिक जानकारी में सामने आया है कि विधायक के बजरी के करीब दो दर्जन वाहन बनास और बेड़च नदी से प्रतिदिन बजरी भर कर कोटा, बूंदी के लिए जाते हैं। ऐसे में बजरी वाहनों का टोल शुल्क नहीं देने को लेकर आये दिन बहस और विवाद होता है। इस बार भी यही विवाद था जो ज़्यादा बढ़ गया और नौबत हमला और लूट तक पहुँच गई।