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दो हजार करोड़ का नया वादा, पुराने एक हजार करोड़ अभी ठंडे बस्ते में

locationजयपुरPublished: Aug 29, 2020 08:17:32 pm

Submitted by:

Pankaj Chaturvedi

— वित्तीय संकट के बीच मनरेगा की बड़ी बकाया राशि केन्द्र में अटकी

दो हजार करोड़ का नया वादा, पुराने एक हजार करोड़ अभी ठंडे बस्ते में

दो हजार करोड़ का नया वादा, पुराने एक हजार करोड़ अभी ठंडे बस्ते में

जयपुर. आर्थिक संकट से गुजर रहे प्रदेश को केन्द्र ने मनरेगा के तहत इस साल के अंत तक 2 हजार करोड़ रुपए की अतिरिक्त सहायता का वादा तो कर दिया, लेकिन बीते वर्षों से बकाया चल रही करीब एक हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि के भुगतान का मामला फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है। योजना के तहत श्रम बजट से अतिरिक्त जारी होने वाली मैटेरियल बजट के पेटे की यह राशि बीते दो वित्तीय वर्ष से केन्द्र पर बकाया चल रही है।
सूत्रों के अनुसार मौजूदा वित्तीय वर्ष के पांच महीनों में ही करीब 136 करोड़ इस मद में केन्द्र पर बकाया है। जबकि पिछले वर्षों में देखें तो 2019—20 के पेटे 1065 करोड़ और 2018—19 की 53 करोड़ रुपए की राशि केन्द्र पर बकाया है। राज्य सरकार ने इस बारे में प्रस्ताव बना कर केन्द्र को भेज दिया, किन्तु अभी कोई फैसला नहीं हो पाया है।
7 हजार मानव दिवस राजस्थान को अतिरिक्त मिले

कोरोना काल में रोजगार पर आए संकट में केन्द्र ने राज्य में मनरेगा के तहत 7 हजार अतिरिक्त मानव दिवस की मंजूरी दी है। केन्द्र ने हाल ही राज्यों के साथ हुई परफोर्मेंस रिव्यु कमेटी की बैठक में यह मंजूरी दी। इससे राज्य को योजना के तहत करीब 2100 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बजट मिल सकेगा।
100 करोड़ का राज्यांश भी बकाया

इसी साल मई में केन्द्र से 325 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई, किन्तु इसके विरुद्ध अभी राज्य सरकार की भागीदारी की राशि भी जारी नहीं हो पाई है। योजना के नियमों के तहत इसमें 25 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकार को देना है।
केन्द्र को हमने प्रस्ताव बना कर भेजा है। उन्होंने किस्तों में पैसा जारी करने की सहमति दी है।

पी.सी.किशन, मनरेगा आयुक्त

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