दरअसल, इस एप को कृषि और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने विकसित किया है ताकि किसानों को एप के जरिए महत्व्पूर्ण जानकारियां मिल सकें और वो बेहतर तरीके से खेतीबाड़ी कर सकें। इस एप को नाम दिया गया है मेघदूत। आपको बता दें कि कई बार ऐसा देखा जाता है कि किसानों ने फसल काट ली और अचानक उसी दिन बारिश आ गई। इन विपरीत स्थितियों में उपज भीग जाने से किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है और उनकी मेहनत पसीने पर पानी फिर जाता है। ऐसी ही अन्य कई स्थितियों को देखते हुए यह एप विकसित किया गया है ताकि किसानों के लिए यह फायदेमंद साबित हो सके।
इस एप के जरिए किसानों को घर बैठे ही कई अहम जानकारी मिलेंगी। एप में खेती किसानी, पशुपालन से जुड़ी सूचनाओं के साथ ही मौसम की जानकारी भी होगी। मेघदूत एप के जरिए किसानों को पता चल सकेगा कि उनके एरिया में बारिश कब होगी। मौसम कैसा रहेगा। उन्हें कौनसी फसल की बुवाई करनी चाहिए। जैसे कि रबी की फसलों की बुवाई में कौन से राज्य में कौन से जिले में किसान फसल की कब बुवाई कर सकते हैं। ऐसी कई अहम जानकारियां किसान एप के जरिए मंगवा सकेंगे। इसके साथ ही मेघदूत एप के जरिए
किसानों को उनके क्षेत्र के हिसाब से मौसम आधारित जानकारी भी मिल सकेगी। इतना ही नहीं यह जानकारी क्षेत्रीय भाषा में भी मिलेगी।
अभी 150 जिलों की जानकारी
इस एप में हफ्ते में दो दिन मंगलवार और शुक्रवार को सारी जानकारी अपडेट होंगी। इस एप में फिलहाल देश के डेढ़ सौ जिलों की जानकारियां हैं। आने वाले दिनों में एप में देश भर के सभी जिलों की जानकारियों को शामिल कर लिया जाएगा। किसान मेघदूत एप को गूगल प्ले स्टोर और एप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। एप डाउनलोड करने के बाद किसानों को साइनअप करना होगा। फिर उन्हें अपना नाम, मोबाइल नंबर, भाषा, जेंडर, स्टेट और जिला चुनना होगा। इसके बाद किसानों खेतीबाड़ी, मौसम समेत अन्य उपलब्ध जानकारियां प्राप्त कर सकेंगे।