केंद्र सरकार मुफ्त में देगी फास्टैग
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग टोल प्लाजा में फास्टैग के जरिये यूजर फीस के डिजिटल संग्रह को और अधिक बढ़ाने के लिए 15 से 29 फरवरी के बीच एनएच फास्टैग के लिए 100 रुपए की फास्टैग लागत को माफ करने का निर्णय लिया है।
वाहन मालिक किसी भी अधिकृत प्वाइंट ऑफ. सेल स्थानों पर वाहन के आरसी के साथ जा सकते हैं जिससे फास्टैग मुफ्त में उपलब्ध हो सके।
एनएचएआई ने 15 दिसंबर 2019 से देश के सभी 527 टोल प्लाजा पर इलेक्ट्रॉनिक टोल वसूली को अनिवार्य कर दिया था। सरकार ने कम से कम 75 फीसदी टोल लेन में फास्टैग के इस्तेमाल को अनिवार्य कर दिया है। हालांकि, 25 फीसदी टोल लोन में अब भी बिना फास्टैग के टोल भुगतान करने की छूट है।
बहुत आम सवाल है कि फास्टैग को खरीदने के लिए कितने रुपए खर्च करने पडऩे पड़ते हैं। अधिकृत बैंक फास्टैग जारी करने के लिए अधिकतम 100 रुपए चार्ज कर सकते हैं। इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने तय किया है। हालांकि अब सरकार के फैसले के बाद इस चार्ज को माफ कर दिया गया है।
बैंक, फास्टैग के क्रेता से पहली बार खरीदे जाते वक्त सुरक्षा निधि व अन्य शुल्क लेने के साथ कुछ बैलेंस अमाउंट खाते में बनाए रखने योग्य राशि लेते हैं। हालांकि टैग जारी करने के असल चार्ज बैंक तय करते हैं। यह अलग-अलग बैंकों के लिए अलग-अलग है।
इसके साथ ही फास्टैग के टॉप-अप चार्ज भी अलग-अलग बैंकों में अलग हो सकते हैं। इस अंतर के बारे में बैंकों की वेबसाइट या फिर संबंधित बैंक की किसी शाखा में जाकर जानकारी ली जा सकती है।
यदि आपका फास्टैग आपके बैंक खाते से लिंक है तो आपको प्रीपेड वॉलेट में अलग से रुपऐ या बैलेंस रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हालांकि आपको लिंक कराए गए अपने बैंक खाते में बैलेंस या पर्याप्य राशि बनाए रखनी होगी। इसलिए घर से निकलते वक्त ही इस बात पर गौर कर लेंए ताकि टोल प्लाजा पर भुगतान आसानी से हो जाए।
यदि आपने फास्टैग को प्रीपेड वॉलेज से लिंक कराया है तो क्रेडिट कार्ड / डेबिट कार्ड / एनईएफटी / आरटीजीएस या नेट-बैंकिंग, चेक या अन्य ऑनलाइन माध्यम इनमें से किसी का भी इस्तेमाल आप रिचार्ज करने के लिए कर सकते हैं। इस तरह के अन्य माध्यमों से रिचार्ज करने के लिए आपको मामूली सा अतिरिक्त शुल्क अवश्य चुकाना होगा।