अश्व पर होगा मां का आगमन
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इन नौ दिनों में मां दुर्गा और काली की आराधना के चलते कई अन्य पर्व व विशेष तिथियां ऐसी हैं, जिनमें गणगौर व गणेश आदि देवताओं की पूजा भी की जाएगी। इस बार मां दुर्गा घोड़े अश्व पर सवार होकर आएंगी। अश्व को सफलता, शक्ति और रफ्तार का प्रतीक माना गया है। ज्योतिषाचार्य पं.राजकुमार चतुर्वेदी ने बताया कि मां दुर्गा की सवारी घोड़ा होने से इन नौ दिनों में व्रत रखकर साधना करने वाले साधकों के भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और उनके संकल्पों को भी बल मिलेगा। दो साल बाद एक बार फिर चैत्र नवरात्र का शुभारंभ शनिवार को होने जा रहा है। इसके पहले 6 अप्रेल 2019 में नवरात्र का शुभारंभ शनिवार को हुआ था। शनिवार के दिन किए गए कार्यों को स्थायित्व मिलता है। इस दिन जो संकल्प लेंगे अथवा नवीन कार्य शुरू होंगे, वे पूरे होंगे और लंबी अवधि तक लाभ देंगे।
होगे जगराते और अन्य अनुष्ठान
इस बार कोरोना संक्रमण काल के समाप्त होने के बाद कोविड की गाइड लाइन भी हटने से माताओं के मंदिरों में पिछले साल कोरोनाकाल में चैत्र नवरात्र पर लोगों ने घरों में ही पूजा की थी। इस साल सभी बंदिशें हटने से लोगों में उत्साह है। मंदिरों में अखण्ड दीप जलने के साथ विशेष पूजा-हवन, जगराते, कन्या भोज व भोज के साथ जरूरतमंद बालिकाओं को नए वस्त्र और शिक्षण सामग्री बांटेंगी।
रहेंगे खरीददारी के लिए विभिन्न योग संयोग
तीन अप्रेल को सूर्योदय से दोपहर 12.34 तक, 5 को सूर्योदय से शाम 4.11 तक छह को सूर्योदय से रात 12.15 तक और 10 को सूर्योदय से शाम 4.24 तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। इसी तरह 10 अप्रेल को सूर्योदय से रात 12.15 बजे तक रवि पुष्य योग रहेगा। इन शुभ योगों में खरीदारी के लिए शुभ माना गया है।