परिसर स्थित प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर एक दुकानदार से धूम्रपान के बारे में पूछा गया। दुकानदार ने अंदर बुलाकर हाथ में धूम्रपान सौंप दिया। बाहर जाने के दौरान दुकानदार बोला, बाहर चालान कट जाएगा। अंदर ही पीकर जाना।
प्लेटफॉर्म नंबर एक से यात्री ने धूम्रपान खरीदा। बस में बैठने से पहले ही आगरा निवासी यात्री धूम्रपान करने लगा। मौके पर घूम रहा गार्ड यात्री को पकड़ ड्यूटी ऑफिसर के पास ले गया, जहां उसका 200 का चालान काटा गया। कारवाई के लिए कई बार आश्वासन तो दिया गया है, लेकिन स्थिति जस की तस है।
सिंधी कैम्प बस स्टैण्ड से रोजाना 1300 बसों का संचालन किया जाता है। 200 बसें रोजाना यहां से अन्य राज्यों की संचालित की जा रही हैं। आंकड़ों की मानें तो करीब एक लाख लोग रोज सिंधी कैंप पर आवागमन करते हैं। इनमें 30 हजार लोग सफर करते हैं बस स्टैंड से और करीब 30 लाख रुपए की आमदनी होती है रोजाना। इस बारे में जब सिंधी कैम्प के मुख्य प्रबंधक कैलाश बड़ाया से बात की गई तो उन्होंने कहा कि धूम्रपान पर पिछले कुछ महीनों से सख्ती चल रही है। इसके बाद भी अगर दुकानों में बिक्री हो रही है, तो इन पर कार्रवाई की जाएगी। सभी दुकानों का औचक निरीक्षक किया जा जाएगा।