तीन माह में डीपीआर तैयार फिर बजट तय करेगा भविष्य
जेडीए ने डीपीआर बनाने के लिए टेंडर देने के साथ ही तीन महीने की समय सीमा दी है। इसके बाद वित्तीय संसाधनाके की स्थिति को देखते हुए आरओबी का काम शुरू किया जाएगा। हालांकि जेडीए आरओबी का निर्माण दिसंबर 2020 तक शुरू करने का दावा कर रहा है। गौरलब है कि लंबे समय से सिविल लाइंस फाटक पर आरओबी की मांग उठ रही है। यातायात दवाब को देखते हुए सरकार ने पिछले बजट में घोषणा की थी। 75 करोड़ की लागत से आरओबी का निर्माण प्रस्तावित है।
जेडीए ने डीपीआर बनाने के लिए टेंडर देने के साथ ही तीन महीने की समय सीमा दी है। इसके बाद वित्तीय संसाधनाके की स्थिति को देखते हुए आरओबी का काम शुरू किया जाएगा। हालांकि जेडीए आरओबी का निर्माण दिसंबर 2020 तक शुरू करने का दावा कर रहा है। गौरलब है कि लंबे समय से सिविल लाइंस फाटक पर आरओबी की मांग उठ रही है। यातायात दवाब को देखते हुए सरकार ने पिछले बजट में घोषणा की थी। 75 करोड़ की लागत से आरओबी का निर्माण प्रस्तावित है।
आरओबी से एक ही लीव उतारी जाएगी। पहले सीएम हाउस की ओर से आयोजना शाखा ने प्लान किया था। लेकिन वहां पर्याप्त जगह नहीं है। इसकी डीपीआर बनाने के लिए टेंडर कर दिए है। एनसी माथुर, निदेशक अभियंत्रिकी