जयपुर

यात्रियों के लिए मुसीबत बना ट्रेनों के रूट का बदलाव

जयपुर से आने-जाने में परेशानी झेल रहे यात्री, 27 तक प्रभावित रहेगा जयपुर-दिल्ली रेलमार्ग
 
 

जयपुरFeb 19, 2020 / 06:19 pm

Ankit

Pick up and drop go not adhered in Rewa railway station

जयपुर . जयपुर- दिल्ली रेलमार्ग पर दोहरीकरण के चलते जयपुर आने वाले ट्रेनों के रूट में परिवर्तन होने से आमजन को परेशानी झेलनी पड़ रही है। खास वजह है कि इसको लेकर जयपुर से कनेक्टिंग स्टेशनों पर रेलवे प्रशासन ने यात्री सुविधाओं को लेकर कोई अतिरिक्त इंतजाम नहीं किए। जिससे Óयादा परेशानी झेलनी पड़ रही है। जानकारी के मुताबिक उत्तर पश्चिम रेलवे ने बांदीकुई – रेवाड़ी रेलखंड पर बांदीकुई से ढिगावड़ा स्टेशन के मध्य नॉन इंटरलोकिंग कार्य की वजह से 11 फरवरी से 27 फरवरी तक जयपुर जंक्शन होकर गुजरने वाली 42 ट्रेनों का रूट बदल दिया और 14 ट्रेनों को रद्द तो 10 ट्रेनों के रूट में आंशिक परिवर्तन कर दिए। इसके बावजूद भी रेलवे प्रशासन ने जयपुर से कनेक्टिंग रेलवे स्टेशन फुलेरा और रींगस स्टेशन पर यात्री सुविधा को देखते हुए कोई इंतजाम नहीं किए। ऐसे में अहमदाबाद, सूरत, इंदौर समेत लंबी दूरी की ट्रेनों से आने वाले यात्रियों को फुलेरा और रींगस रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों में भीड़भाड़ का सामना करना पड़ रहा है। सबसे Óयादा परेशानी रींगस स्टेशन पर उतरने वाले यात्रियों को हो रही है। रात के समय यहां से जयपुर के लिए ट्रेनों की संख्या कम होने से मजबूरन स्टेशन पर रात बितानी पड़ रही है। ऐसे में महिलाओं व बुजुर्गोंं को दिक्कत हो रही है। इतना ही नहीं, ट्रेन कम होने से जयपुर से रींगस जाने में भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
यह बोले यात्री
-इंदौर से जयपुर आ रहे थे, फुलेरा से गुजरने के बाद ट्रेन के रूट में परिवर्तन का पता चला तो रींगस उतरना पड़ा। चार से पांच घंटे इंतजार के बाद ट्रेन मिली तब जयपुर आए। ऐसी स्थिति में रेलवे प्रशासन को इंतजाम करने चाहिए थे।
सुनिता जैन, यात्री
-जयपुर से मुजफ्फरनगर जाना था। स्टेशन पर आया तो रूट के बदलाव की जानकारी मिली। रींगस के लिए पूछा तो पता चला चार घंटे के अंतराल में कोई ट्रेन नहीं है। इस स्थिति में ट्रेन का रींगस में मिलना मुश्किल है। रिजर्वेशन भी कैंसिल नहीं करवा सकता।
-रवि कुमार, यात्री
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