जयपुर

सरकार बोर्ड लगाए और उस पर लिख दे, यहां रहना मना है

जन एजेंडा 2018—23 के तहत एकजुट हुए लोग, कहा—चार साल का विकास अंतिम साल में करने की कोशिश

जयपुरSep 19, 2018 / 08:32 pm

Ashwani Kumar

सरकार बोर्ड लगाए और उस पर लिख दे, यहां रहना मना है

जयपुर. राजस्थान पत्रिका के महाअभियान चेंजमेकर्स-बदलाव के नायक अभियान के जन एजेंडा तहत बुधवार को चांदपोल बाजार स्थित मंदिर चतुर्भुज जी खिजूर में क्षेत्रीय लोगों ने किशनपोल विस क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। वक्ताओं ने कहा कि अब तक लोगों की मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पाईं हैं। इसके अलावा कॉम्प्लेक्स की वजह से लोगों का रहना दूभर हो गया है। वक्ताओं ने यहां तक कि सरकार को बोर्ड लगाकर लिख देना चाहिए कि यहां रहना मना है। उच्च न्यायालय के आदेशों की पालना नहीं की जा रही है।
पहले मेट्रो और अब स्मार्ट सिटी के नाम पर बाजारों के स्वरूप को बिगाड़ा जा रहा है। किशनपोल बाजार के बाद चांदपोल बाजार में भी स्मार्ट सिटी का काम शुरू होगा। इससे जनता का कोई भला नहीं होगा।
किशनपोल विस क्षेत्र में विकास के नाम सिर्फ लीपापोती की जा रही है। लोग यहां से छोड़कर जा रहे हैं। व्यापार ठप हो रहा है। व्यवसायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है। नए कॉम्प्लैक्स का निर्माण धड़ल्ले से हो रहा है। अब तो सरकार को बोर्ड लगा देना चाहिए कि यहां पर रहना मना है।
-त्रिलोक चंद्र अग्रवाल, व्यापारी
चार साल से व्यापार पूरी तरह से ठप है। पहले मेट्रो ने बुरा हाल कर दिया और अब स्मार्ट सिटी के नाम पर शहर को बिगाड़ा जा रहा है। ऐसा ही रहा तो वो दिन दूर नहीं, जब लोग यहां रहना तो दूर आना भी पसंद नहीं करेंगे। शहर के एतिहासिक महत्व को बचाकर रखने की जरूरत है। सरकार उसको स्मार्ट करने पर तुली है।
-कृष्णवतार अग्रवाल, व्यापारी
अभी तक विधानसभा क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का टोटा है। लोग परेशान हो रहे हैं। सीवर लाइन उफन रही हैं। शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं होती। अवैध निर्माण बढ़ रहे हैं। बीते एक माह से ऐसे ही निर्माण की शिकायत कर रहा हूं, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
-महेंद्र सोनी, समाजसेवी
व्यापार पूरी तरह से ठप हो चुका है। कुछ सरकार की नीतियों से और कुछ अव्यवस्थित विकास से। जो भी काम अभी हो रहे हैं, उन पर लोगों की राय नहीं ली जा रही है। ऐसे में लोग ही परेशान हो रहे हैं। मेरा सरकार से सवाल है, जब क्षेत्रीय लोग खुश नहीं हैं तो फिर यह विकास किसके लिए किया जा रह ाहे।
-रवि बंसल, व्यापारी
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