वैसे अभी यह भी कहा जा रहा है कि चार अगस्त से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पूरे प्रदेश में सुराज गौरव यात्रा शुरू कर रही है। इस यात्रा की व्यवस्थाओं का दारोमदार संगठन पर ही रहेगा। अगर जिला स्तर पर फेरबदल होता तो यात्रा की तैयारियां भी गडबडा जाती और पूरी प्रदेश भाजपा खेमों में बंटी नजर आती इसका खामियाजा विधान सभा चुनाव में देखने को मिल सकता था।