डीसीपी अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार हवाला कारोबारी ओमप्रकाश करनानी (42) मूलत: बीकानेर हाल झोटवाड़ा के गोविंदनगर, हवाला कारोबारी नंदलाल जोशी (34) व कूरियर कर्मचारी श्यामलाल पारीक (37) मूलत: चूरू हाल शास्त्री नगर स्थित सुभाष नगर और कूरियर कर्मचारी शशिकांत शर्मा (27) मूलत: सीकर हाल मुरलीपुरा निवासी है। ठगी का मुकदमा दर्ज होने के बाद करीब 8 घंटे में विश्वकर्मा थानाधिकारी कैलाश जिंदल ने जोधपुर जेल में बंद सुरेश घांची उर्फ भेरिया की जानकारी जुटा ली थी। यह भी सामने आया कि आरोपी किसी की भी आवाज निकाल सकता है और इस तरह के उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। 33 प्रकरणों में तीन-चार को छोड़ सब फर्जीवाड़े के मामले हैं।
6 लाख जोधपुर व 9 लाख जयपुर में लिए सुरेश किसी भी रसूखदार और राजनेताकी आवाज निकाल लोगों को फोन करता। फिर उनसे मदद के नाम पर रुपए मांगता और अपने किसी परिचित को रकम लेने भेजने का हवाला देता था। कोलायत विधायक भाटी के नाम से बीकानेर में छह व्यापारियों को फोन किया। चार ने तस्दीक कर ली तो रकम बच गई। जबकि एक व्यापारी ने बीकानेर में ही 15 लाख रुपए दे दिए, लेकिन शक होने पर हाथोंहाथ रुपए वापस ले लिए। जबकि केबी गुप्ता विधायक की आवाज समझ उसके झांसे में आ गए और जयपुर में परिचित राजेश के जरिए 15.50 लाख रुपए दिलवा दिए थे। पुलिस ने आरोपियों से मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह राणावत की आवाज निकाल राजसमंद के व्यापारी से लिए 9 लाख रुपए भी बरामद किए हैं। जबकि राजसमंद के व्यापारी ने 6 लाख रुपए जोधपुर में दिए थे। पुलिस के पहुंचने से पहले जोधपुर में रकम वसूलने वाला फरार हो गया।
हवाला के जरिए बीकानेर पहुंची रकम जयपुर में रकम वसूलने के साथ गिरफ्तार आरोपियों ने बीकानेर में सुखदेव मोची को हरी झंडी दे दी। हवाला के जरिए रकम सुखदेव तक पहुंच गई। जबकि यह रकम इनके पास यहां ही रखी थी। नागौर में भी इसी प्रकार ठगी का मामला सामने आया है।