मामले में पुन्दलोता निवासी राकेश जांगिड़ और उसके भाई निरंजन को गिरफ्तार किया गया है। राकेश ने पुलिस को बताया कि वह वेबसाइट को लोकप्रिय कर विज्ञापन के जरिए पैसे कमाना चाहता था। पंजीकरण कराने वाले लोगों के डेटा का दुरुपयोग भी करने वाले थे। डीसीपी अन्वेश रॉय ने बताया कि राकेश जांगिड़ को हैदराबाद की नामी कंपनी में नौकरी मिली थी, लेकिन जल्दी मालामाल होने के लिए उसने हुनर और तकनीक का गलत इस्तेमाल शुरू कर दिया।
उसने www.modi-laptop.wishguguji.com नाम से वेबसाइट बनाई। इसमें झांसा दिया कि केंद्र में दूसरी बार भाजपा की सरकार बनने पर 2 करोड़ लोगों को नि:शुल्क लैपटॉप देने के लिए पंजीकरण किया जा रहा है। वेबसाइट और योजना सही नहीं होने पर साइबर सेल ने 31 मई को खुद मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की थी। साइबर सेल ने आइपी एड्रेस, वेबसाइट के पंजीकरण व अन्य तकनीकी पहलुओं की जांच की। फिर वेबसाइट बनाने व चलाने वाले राकेश जांगिड़, उसके भाई और सहयोगी निरंजन तक पहुंची।
यों दिए 2 बड़े झांसे
– फ्री लैपटॉप : राकेश व निरंजन ने अधिकाधिक लोगों को झांसे में लेने लिए फर्जी योजना का जमकर प्रचार किया था। इसमें बताया कि नरेंद्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने की खुशी में मेक इन इंडिया के तहत 2 करोड़ युवाओं को मुफ्त लैपटॉप दिए जा रे हैं। अभी तक 30 लाख युवा आवेदन कर चुके हैं, अब आपकी बारी है। अंतिम तिथि से पहले अपना आवेदन सबमिट करें।
फ्री सोलर पैनल : दोनों आरोपियों ने वेबसाइट पर फ्री में सोलर पैनल लगवाने का फर्जी विज्ञापन भी दिया। इसमें कहा कि अपने घर या गांव में फ्री सोलर पैनल लगवाएं। इसके लिए कोई शुल्क नहीं भरना, बस जल्दी से फार्म भरें। आवेदन करने की अंतिम तिथि 5 जून 2019 है। यह मैसेज अपने दोस्तों को भी भेजें ताकि सभी को योजना का लाभ मिले।