एक के बाद नौ दुकानों लगी आग पुलिस के मुताबिक शाम करीब पांच बजे दिलीप तोतला के थिनर के गोदाम में आग लगी थी। तब वहां पर एक कर्मचारी काम कर रहा था। एक ड्रम में आग लग गई तो उसने उसे धक्का दे दिया। कैमिकल फैलने से आग दुकान में भी लग गई और सड़क पर भी पहुंच गई। वह आग-आग चिल्लाते हुए बाहर आ गया। कैमिकल के जलते हुए बहने के कारण आग आस-पास की दुकानों को भी चपेट में ले लिया।
25 मिनट का वो मंजर जिस गोदाम में सबसे पहले आग लगी, उसके पास वाले मकान में सतीश गुप्ता अपनी पत्नी संगीता और बेटे रितेश के साथ रहते हैं। सतीश घर में बनी दुकान संभाल रहे थे। जैसे ही आग-आग सुनाई दिया वे बाहर आए। ऊपरी मंजिल से संगीता नीचे आई तो बाहर निकलने का रास्ता नजर नहीं आया। बिजली का स्वीच बंद करके वह ऊपर बेटे के पास चली गई। संगीता ने बताया कि दुकान में आग लगी, ऊपर धुआं आने लगा, हम मां-बेटे ने खिड़कियों के कांच तोड़े, ताकि दम ना घुटे। करीब 25 मिनट तक हम घर के अंदर मौत से लड़ रहे थे। आस-पास के लोगों ने पीछे के मकान से खिड़की तोड़ी और हमें बाहर निकाला।