जितनी जरूरत, उतनी आॅक्सीजन नहीं
गहलोत ने कहा कि प्रदेश को एक सप्ताह के अन्दर ही कुल 550 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी। हो सकता है कि केन्द्र सरकार ने बेहतर प्रबंधन की दृष्टि से ऑक्सीजन और दवाइयों का कंट्रोल अपने हाथ में लिया हो, लेकिन राज्य यदि एक दूसरे की मदद करना चाहते हैं तो भारत सरकार की देखरेख में उन्हें इसकी छूट दी जाए। प्रदेश में एक्टिव केसेज की गणना के आधार पर प्रदेश को आज 466 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है लेकिन फिलहाल सिर्फ 265 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ही मिल पा रही है।सीएम गहलोत ने केन्द्र से पुन: राजस्थान की सहायता करने का निवेदन किया। गहलोत ने कहा कि राजस्थान को केन्द्र सरकार की मदद की दरकार है।