संस्थाएं दवाब में कर रही हैं काम
गहलोत ने कहा मैं उनको मुबारकबाद दूंगा, बधाई दूंगा जिन्होंने शांति-सद्भाव के साथ में आन्दोलन किया है। गहलोत ने कहा कि देश में देखिए कैसी स्थिति आ गई है कि आज तमाम संस्थाएं ज्यूडीशियरी के ऊपर दबाव है। देश में सीबीआई-इनकम टैक्स-ईडी दबाव में काम कर रही है। सरकारें गिराने के लिए षड्यंत्र हो रहे हैं। कई राज्यों में सरकारें गिराईं लेकिन राजस्थान में इनकी चल नहीं पाई है। गहलोत ने कहा कि मीडिया आज इतने दबाव में है, जितना कभी नहीं रहा है। गहलोत ने कहा कि डेमोक्रेसी में जो असहमति व्यक्त करते हैं, उसका वेलकम होना चाहिए।
वैक्सीन पैरामीटर्स की तारीफ की
गहलोत ने कहा कि कोरोना काल में सारे पैरामीटर्स पर राजस्थान देशभर में ऐसा राज्य है जो कि खरा उतरा है। गहलोत ने कहा कि यूपीए सरकार के समय पेट्रोल के दाम जब 60-65 रुपए हो गए थे। अभी देश आर्थिक संकट से गुज़र रहा है, भयंकर आर्थिक संकट है, जीडीपी माइनस में जाने लग गई है। गहलोत ने कहा हालात बड़े गंभीर हैं, बेकारी-बेरोजगारी की समस्या इतनी बड़ी बढ़ गई है जिससे आज नौजवान भविष्य को लेकर चिंतित है।
जीएसटी हमारा हक
गहलोत ने कहा कि बजट सत्र की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। गहलोत ने केन्द्र पर निशाना साधते हुए कहा कि जीएसटी जो हमारा हक़ है, लिखित में वादा किया हुआ है, लेकिन वादा पूरा नहीं किया जा रहा है।
गुलाबचंद कटारिया के लिए कही यह बात
गहलोत ने कहा कि कटारिया की उम्र ऐसी हो गई है कि उनको इस्तीफा देना चाहिए। गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी में इतनी फूट है राजस्थान में, ऐसी फूट आज तक मैंने बीजेपी में कभी नहीं देखी, जो इस वक्त देखी जा रही है। इनके पास कुछ कहने को है नहीं और ना ये विपक्ष की भूमिका निभा पा रहे हैं। ये भूमिका निभाने में ही असफल साबित हो रहे हैं।