6 माह तक के लिए कार्यकाल बढ़ाने की फाइल भेजी दिल्ली
विश्वस्त सूत्रों की माने तो गहलोत सरकार ने मुख्य सचिव निरंजन आर्य का कार्यकाल 6 महीने और बढ़ाने की फाइल दिल्ली भेजी है जिसमें 3-3 महीने का एक्सटेंशन दो बार दिया जाएगा। हालांकि एक्सटेंशन बढ़ाना है या नहीं इसका फैसला केंद्र सरकार को करना है लेकिन माना जा रहा है कि गहलोत सरकार ने निरंजन आर्य का एक्सटेंशन बढ़ाने की पैरवी मजबूती से की है। ऐसे में माना जा रहा है कि निरंजन आर्य का एक्सटेंशन 6 माह के लिए बढ़ सकता है और वे छह माह तक और अपने पद पर काम करेंगे।
मुख्यमंत्री के बेहद नजदीकी
सूत्रों की माने तो निरंजन आर्य एक्सटेंशन की कवायद शुरू करने के पीछे वजह यह भी है कि आर्य को को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बेहद करीबी माना जाता है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि निरंजन आर्य की पत्नी को सरकार ने आरपीएससी में मेंबर बनाया हुआ है।
एसी वर्ग के पहले मुख्य सचिव बने थे आर्य
निरंजन आर्य अजा वर्ग के पहले मुख्य सचिव बनाए गए थे। आर्य को 1 नवंबर 2020 को मुख्य सचिव बनाया गया था। गहलोत सरकार ने आर्य को 10 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों पर प्राथमिकता देते हुए मुख्य सचिव बनाया गया था।
ये आईएएस अधिकारी भी दौड़ में शामिल
वहीं निरंजन आर्य के एक्सटेंशन के बीच ही करीब आधा दर्जन सीनियर आईएएस अधिकारी भी मुख्य सचिव की दौड़ में हैं। उनमें 1985 बैच की उषा शर्मा, 1987 बैच की नीलकमल दरबारी और वीनू गुप्ता का नाम चर्चा में है। इसके अलावा वरिष्ठ आईएएस रविशंकर श्रीवास्तव, सुबोध अग्रवाल राजेश्वर सिंह और रोहित कुमार सिंह का नाम भी मुख्य सचिव के लिए चर्चा में हैं