शुरू में बच्चे के एक-दो दांत आने पर मुलायम ब्रश से इन्हें साफ कर सकते हैं। या फिर गीले कपड़े से ही कुछ महीनों तक मसूड़े और दांत साफ करें और बाद में टूथ ब्रश का इस्तेमाल करें।
बच्चों के दांत आने के दौरान बच्चा अगर ज्यादा चिड़चिड़ा हो जाता है तो पैर पर मालिश करने से उसे राहत मिल सकती है। बच्चे के पैर पर गर्म तेल की मालिश करें। उंगलियों के बीच में भी मालिश करें।
बच्चों को मीठा तरल पदार्थ ना दें, खास तौर पर सोडा या स्पोट्र्स ड्रिंक्स। रोजाना मसूड़े और दांत की सफाई करें। लिक्विड के दांत के संपर्क में रहने पर कैविटी की प्रॉब्लम ज्यादा होती है।
बच्चे को शुरुआती दो साल तक टूथपेस्ट से परहेज ही कराएं। खासतौर पर यह ध्यान जरूर रखें कि टूथपेस्ट में फ्लोराइड ना हो। बच्चे को तब ही फ्लोराइड वाला पेस्ट दें जब वह ब्रश करने के दौरान थूकना सीख जाए।