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दूसरों से तुलना करने पर हो सकते हैं बच्चे शर्मीले

locationजयपुरPublished: Nov 24, 2020 05:16:01 pm

Submitted by:

Archana Kumawat

अगर छोटे बच्चे का स्वभाव अधिक शर्मीला है तो भविष्य में उसके जीवन पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।

दूसरों से तुलना करने पर हो सकते हैं बच्चे शर्मीले

दूसरों से तुलना करने पर हो सकते हैं बच्चे शर्मीले


बच्चों में शर्मीला स्वभाव सामान्य है लेकिन कुछ बच्चे ज्यादा ही शर्माते हैं। दो-तीन साल के बच्चे नए लोगों को देखकर माता-पिता के पीछे छिप जाते हैं। उम्र बढऩे के साथ ही स्कूल में भी दोस्त नहीं बना पाते हैं एवं शिक्षकों के सवालों के जवाब देने से भी कतराते हैं। ये बच्चे किसी नई एक्टिविटी में हिस्सा लेने से भी बचते हैं। जानते हैं बच्चों में शर्मीलेपन की वजह और दूर करने के उपाय-

खुद को कम आंकते
अगर छोटे बच्चे का स्वभाव अधिक शर्मीला है तो भविष्य में उसके जीवन पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। कई अध्ययनों से सामने आया कि इन बच्चों में एंजाइटी की आशंका ज्यादा होती है। वे दूसरे बच्चों और लोगों से कम मिल-जुल पाते हैं। उन्हें लोगों के सामने बोलने में परेशानी होती है। बार-बार दबाव बनाने पर वे हकलाने लगते हैं। आत्मविश्वास में भी कमी आती है। वे खुद को दूसरों से कमतर आंकते हैं। कम उम्र में यह व्यवहार बदला जा सकता है।

ये हो सकते हैं कारण
अमरीका के एबनॉर्मल चाइल्ड साइकोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार बच्चों में शर्मीलेपन का संबंध दिमाग में चल रही जैविक क्रियाओं के अलावा आनुवांशिक कारण, आसपास के वातावरण, असुरक्षा की भावना और माता-पिता के व्यवहार से हो सकता है।

हर किसी के सामने बोलने का दबाव न बनाएं
बच्चों के शर्मीले स्वभाव के पीछे सिलेक्टिव म्यूटिज्म भी एक वजह हो सकती है, जो एक सोशल एंजाइटी डिसऑर्डर है। इस स्थिति में बच्चा अनजान लोगों या किसी विशेष परिस्थिति में बोलने से डरता है। आमतौर पर इस समस्या का पता 4-5 साल की उम्र में या बच्चे के स्कूल जाने पर चलता है।

शर्मीलेपन के लिए बच्चे को जिम्मेदार न ठहराएं। बार-बार डांटें नहीं। इससे बच्चे का आत्मविश्वास कमजोर होगा। धीरे-धीरे बच्चे को बाहर बोलने के लिए प्रोत्साहित करें। यदि बच्चे में कोई हुनर है तो उसे हर किसी के सामने प्रदर्शित करने के लिए न कहें। बच्चे को अपनी रुचि के अनुसार चीजें सीखने दें और दूसरों से तुलना न करें।
डॉ. अनुभूति भारद्वाज
पेडियाट्रिशियन एवं पेडियाट्रिक गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट, जयपुर

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