कार्यक्रम के दौरान एडमा के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजनारायण शर्मा ने हवामहल में आयोजित प्रदर्शनी को देखने आए हजारों पर्यटकों के अनुभव साझा किए। उन्होंने डिजिटल बाल मेला का नवाचार करने वाली 12 वर्षीय जाह्नवी शर्मा से इस प्रकार के और आयोजन करने का भी वादा किया। अंत में राजस्थान पुरातत्व विभाग निदेशक डॉ. महेंद्र खडगावत ने सभाी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम में बच्चे ने अपने हाथ से बनाया पोट्रेट हवामहल की अधीक्षक सरोजनी चंचलानी को भेंट किया।
गौरतलब है कि डिजिटल बाल मेला ने 6 जून को हवामहल में “संग्रहालयों के रेखाचित्र” प्रदर्शनी का आयोजन किया था। वहीं, अब डिजिटल बाल मेला और क्लासमेट शेड्स ऑफ़ कोविड प्रदर्शनी का आयोजन 30 जुलाई को अजमेर में करेंगे। बाल मेला की इस पहल के चलते रंगों के माध्यम से बच्चे कोरोना काल के अपने अनुभवों को दुनिया से साझा करेंगे और अपने अनुभव भी बताएंगे।
ये रहे पिछली प्रतियोगिता के विजेता आमेर महल पर आयोजित हुई लाइव पेंटिंग प्रतियोगिता में अक्षरा सोनी ने पहला, मान्या शर्मा ने दूसरा और सुहानी सैनी ने तीसरा स्थान हासिल किया है। उन्हें क्रमश: 11 हजार, 5100 और 1100 रूपए का पुरस्कार दिया गया।