साथ अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई भी इस तरह का मांझा बेचता हुआ नजर आए तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। चाइनीज व रासायनिक मांझे का उपयोग न हो, इसके लिए पुलिस, शिक्षा विभाग, चिकित्सा , नगर निगम, जयपुर डिस्कॉम के अधिकारियों को भी इस पर नजर रखने को कहा गया है।
साथ ही जिला कलेक्टर ने जयपुर में सुबह 6 बजे 8 बजे तक और शाम 5 बजे से 7 बजे तक पतंगबाजी पर भी रोक लगा दी है। इस मामले में मंगलवार को जिला कलेक्टर जोगाराम ने अधिकारियों की बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि व चाइनीज और रासायनिक मांझे के उपयोग नहीं करने की बात प्रार्थना सभा और बाल सभा में स्कूली बच्चों को बताएं।
नगर निगम के अधिकारियों को भी जयपुर में बैनर पोस्टर, होर्डिंग लगवाने और कचरा संग्रहण करने वाले वाहनों से भी इस बारे में लोगों को जागरुक करने के आदेश दिए। कलेक्टर ने लोगों से अपील भी की है कि कहीं भी चाइनीज और रासायनिक पदार्थों से निर्मित मांझा बेचते हुए देखें तो उसे जिला कलेक्ट्रेट में 24 घंटे चलने वाले केंट्रोल रुम (0141-2204475) पर या पुलिस कन्ट्रोल रूम (0141-2388435 से 38) को सूचना दे सकते हैं।
जिला कलेक्टर ने पुलिस अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि वे सिनेमा हॉल एसोसिएशन से बात कर शो के दौरान स्लाइड के जरिए जागरुकता संदेश चलाएं। वहीं बैठक में जयपुर पतंग उद्योग एवं विक्रेता संघ ने के प्रतिनिधियों ने जिला कलेक्टर को बताया कि संघ ने अपनी ओर से चाइनीज मांझे के पूर्ण बहिष्कार की घोषणा कर रखी है। लेकिन शहर में पिछले वर्षों एवं कुछ दिनों में चोरी-छिपे चाइनीज मांझे की बिक्री और उपयोग के कारण हुई दर्दनाक घटनाओं के कारण उनके धंधे पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है।