-अब तक आए 10 हजार लोग…सर्वाधिक पुणे से सूत्रों ने बताया कि यह रिपोर्ट केवल तीन दिनों की ही है, जबकि अब भी गुजरात और महाराष्ट्र से इन कामगारों का चोरी छिपे अपने घरों तक आना जारी है। एक अनुमान के अनुसार अब तक करीब दस हजार लोग यहां आ चुके हैं। महाराष्ट्र से अब तक आने वालों में प्रमुख रूप से पुणे जिले से आए हैं, जहां पर सर्वाधिक कोरोना पीडि़त पाए गए हैं।
-राशमी उपखंड के लोग… सीमा में आने वाले लोगों में भी जिले के राशमी उपखंड क्षेत्र के लोग हैं, जिनकी कुल संख्या 935 है । इनमें खांसी, बुखार आदि से पीडि़तों की संख्या 246 है, से यभी लोग वहां पर आईसक्रीम की लॉरियां लगाते हैं। वहीं, बड़ीसादड़ी एवं डूंगला क्षेत्र में आए लोग वहां मजदूरी करते रहे हैं।
-3270 में से 540 लोग सर्दी-खांसी, बुखार-सांस लेने में तकलीफ से पीडि़त तीन दिन की सर्वे रिपोर्ट को ही माने तो इन 3270 लोगों में से 540 लोग सर्दी, खांसी, बुखार एवं सांस लेने में तकलीफ से पीडि़त है, हालांकि इनको होम क्वारेंटाइन किया गया है, लेकिन हालात बता रहे हैं कि सीमा पर एवं सीमा के भीतर जिला प्रशासन बाहरी श्रमिकों की आवाजाही रोकने में पूर्णत: असफल साबित हो रहा है।
-नासिक से पैदल आ रहे लोगों को पकड़ा प्रशासन की नाकामी का आलम ये है कि रविवार को भी कुछ लोग नासिक से पैदल आते हुए यहां पकड़ में आए तो सुबह भी मध्यप्रदेश के इंदौर से आए लोगों को पुलिस ने शहर में पकड़ा है। सूत्रों ने बताया कि जिले में प्रशासन के संपूर्ण लॉकडाउन के आदेश भी बेअसर साबित हो रहे हैं और सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे तक आवश्यक सामग्री की दुकानों पर सोशल डिस्ंटेंस का पालन नहीं करते हुए भारी भीड़ उमड़ रही है। जिले में पेट्रोल पंप पर सुबह आठ बजे से सायं पांच बजे तक ही आवश्यक सेवाओं वाले वाहनों पर पेट्रोल डीजल भरने का आदेश हैं, लेकिन यहां भी रात आठ बजे तक भी हर किसी को पेट्रोल डीजल भरवाते देखा जा सकता है।