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आमेर के चिताणु कलां ग्राम पंचायत ने महिला को चुना निर्विरोध सपरपंच, तो बदलने लगी गांव की तस्वीर

locationजयपुरPublished: Feb 24, 2020 06:59:58 pm

Submitted by:

Deepshikha Vashista

आदर्श पंचायत बनाने के लिए आमेर कीग्राम पंचायत चितणु कलां ने अनूठी पहल, आधी आबादी के हाथों में दी गांव के विकास की डोर सौंपी। ग्राम पंचायत वासियों ने सरपंच सोनिया मीणा, उपसरपंच शांती देवी गुर्जर और अन्य पंचों को निर्विरोध चुना
 
 
 
 

soniya devi
जयपुर. आमेर कीग्राम पंचायत चितणु कलां ने अनूठी पहल की है। आदर्श पंचायत बनाने के लिए आधी आबादी के हाथों में दी गांव के विकास की डोर सौंपी। ग्राम पंचायत वासियों ने सरपंच सोनिया मीणा, उपसरपंच शांती देवी गुर्जर और अन्य पंचों को निर्विरोध चुना। 52 वर्षीय सरपंच सोनिया देवी का कहना है कि समस्त ग्राम पंचायतवासी सरपंच हैं, वो बस उनका नेतृत्व कर रही हैं।
इसके बाद विशेष ग्रामसभा का आयोजन कर सरपंच सोनिया मीणा और सैंकड़ों ग्राम वासियों कौशल विकास,पोषण स्तर बढ़ाने और पेयजल सहित अन्य विकास कार्यों की बनाई योजना। इस सभा में करीब एक हजार लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौरान सोनिया देवी ने पर्दा उठाते हुए कहा कि वो अपने रीति रिवाजों को मानते हुए पर्दा कर रही थी। लेकिन पंचायत की बैठकों में वो केवल गांव की बहू नहीं बल्कि एक सरपंच हैं। चिताणु कलां पंचायत में सरपंच पति नहीं बल्कि महिला सरपंच सोनिया खुद ही फैसले लेती हैं।
सोनिया ने बताया कि उनके पति गोपाल मीणा डीजीपी मानवाधिकार आयोग लखनऊ हैं। वो और उनके पति गांव की जड़ों से हमेशा जुड़े रहे। वो पहले भी युवाओं को शराब की लत से बचाने के लिए गांव में शराबबंदी जैसे कार्य कर चुके हैं। स्वच्छ छवि के चलते गांववालों ने उन्हें निर्विरोध सरपंच बनाया।
नहीं लेंगी मानदेय, बालिका शिक्षा के आएगा काम
सोनिया ने शपथ ग्रहण के वक्त ही मानदेय नहीं लेने की शपथ भी ली। उन्होंने कहा कि मानदेय की राशी बालिका शिक्षा के काम आएगी तो गांव और समाज का विकास होगा। सोनिया का बालिका शिक्षा और महिला सशक्तीकरण पर विशेष जोर है। गांव में बालिका स्कूल नहीं है, इसके लिए वो जिला अधिकारी से मिली और अतिशीघ्र स्कूल खोलने की मांग की। जिसे जिला अधिकारी ने मान लिया। इसके अवाला वो ग्रामपंचायत में महिला सशक्तिकरण के लिए सिलाई, कढ़ाई और ब्यूटीपार्लर सहित कई तरह के कौशल विकास की योजनाएं शुरु कर रही हैं। इसमें कई एनजीओ उनके साथ हैं।
बेरोजगारों के लिए कौशल विकास कार्यक्रम
सोनिया देवी ने बताया कि पढ़े लिखे होने के बावजूद युवाओं को रोजगार नहीं मिल पाता। ऐसे में बेरोजगार युवाओं के लिए एक निजी कम्पनी गांव में युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम चला रही है। जिसमें कम्प्यूटर हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर का प्रशिक्षण दिया जाता है।
गांव में आई सोलर लाइट
सोनिया को सरपंच बने अभी केवल एक माह ही हुआ है। लेकिन गांव की तस्वीर बदलने लगी है। जहां गांव में कभी अंधेरा रहता था, अब जगमगाता है। गांव में सोलर लाइट लगाई गई। साथ ही गांव साफ सुधरा रहे इसके लिए नालियों को पक्का करवा उनकी सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके अलावा पेयजल आपूर्ति के लिए टंकी बनवाने का कार्य शुरु कर दिया।
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