शनि की दशा के कारण सत्तासीन लोगों के प्रति जनता में विश्वास में कमी आएगी। पशुधन की न्यूनता, दूध में कमी, तस्करी में वृद्धि होगी। आग से नुकसान की आशंका।
इस वर्ष बुध के प्रभाव से तेल, लहसुन, गुड़, हींग और शक्कर के उत्पादन में कमी होगी, जिससे भाव में तेजी संभव। सफेद वस्तु कपास, चांदी, चावल के भावों में तेजी आएगी।
शुक्र के प्रभाव से आतंक निवारण के उपाय विभिन्न राष्ट्रों द्वारा निकाले जाएंगे। शांति व्यवस्था के लिए नई नीतियां तैयार होंगी और सडक़ों का निर्माण अधिक होगा। गांव की इस महिला ने अपनी सोच से बदली किस्मत, हर माह कमाती है हजारों रुपए
चंद्र के प्रभाव से खरीफ की फसल अच्छी और सूर्य के प्रभाव से रबी फसल सामान्य होगी। ऋतुजनित प्रकोप, कृमि, कीट से उत्पादन में कमी रहेगी। कृषक आंदोलन की संभावना। गुरु के तुला राशि में होने से विशेष बुखार का प्रचलन होगा। जिससे काफी लोग प्रभावित होंगे। किसानों के लिए विशेष शासकीय योगदान होंगे। मारवाड़ संभाग में प्राकृतिक उत्पाद विशेष रहेगा।