खास बात यह है कि पिछले तीन माह से जयपुर चारदीवारी में इस प्रकार का गिरोह सक्रिय है जो कि चाबी बनाने सहित अन्य कामों ने आमजन को शिकार बना रहा है। यह गिरोह लगातार सुभाष चौक, रामगंज, माणकचौक, कोतवाली,नाहरगढ व गलतागेट थाना इलाकों में वारदातों को अंजाम दे रहा है लेकिन पुलिस इस गिरोह को पकडऩे में नाकाम साबित हो रही है। अगर पिछले तीन माह की बात की जाएं तो इस प्रकार की एक दर्जन से अधिक वारदातें सामने आ चुकी है। यहीं नहीं कुछ वारदातों में तो पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज भी है। लेकिन बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर है।
पुलिस के अनुसार एमएसबी का रास्ता निवासी बृजेश कुमार ने मामला दर्ज करवाया कि उसके पडौसी के घर पर एक बुजुर्ग व्यक्ति तालों की चाबी बनाने आया था। उसने भी अपने घर पर उसे चाबी बनाने के लिए बुलाया। बुजुर्ग ने दो तालों की चाबी बना दी। इसके बाद उसे अलमारी की चाबी बनाने को कहा तो उसने इसमें असमर्थता जताई। अगले दिन बेटे के साथ आकर ठीक करने की बात कहीं। इसके बाद अगले दिन बुजुर्ग दो अन्य लोगों के साथ उसके मकान पर पहुंचा और चाबी बनाने लगा। बदमाशों ने पीडि़त को चाबी गर्म कर लाने को कहा। पीछे से बदमाशों ने अलमारी से सोने चांदी की ज्वैलरी व नकदी पार कर ली। इसके बाद बदमाश चाबी बनाकर वहां से चलते बने। अगले दिन पीडि़त ने पत्नी ने अलमारी संभाली तो उसमें रखे जेवरात व नकदी नहीं मिली। इस पर पीडि़त ने पुलिस की शरण ली। ( jaipur police )
जांच अधिकारी हैडकांस्टेबल मंगलसिंह ने बताया कि घटना पांच अक्टूबर की है। बदमाश घर से सोने का मंगलसूत्र, चांदी की पायजेब, कानों के टॉप्स सहित अन्य जेवरात व सात हजार रुपए ले गए। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी मिला है। लेकिन उसमें बदमाशों का चेहरा नजर नहीं आ रहा है। घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों का फुटेज देखा जा रहा है। जो सीसीटीवी फुटेज मिला है वह पीडि़त के घर से कुछ दूर एक दुकान पर लगा हुआ है।
जांच अधिकारी हैडकांस्टेबल मंगलसिंह ने बताया कि घटना पांच अक्टूबर की है। बदमाश घर से सोने का मंगलसूत्र, चांदी की पायजेब, कानों के टॉप्स सहित अन्य जेवरात व सात हजार रुपए ले गए। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी मिला है। लेकिन उसमें बदमाशों का चेहरा नजर नहीं आ रहा है। घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों का फुटेज देखा जा रहा है। जो सीसीटीवी फुटेज मिला है वह पीडि़त के घर से कुछ दूर एक दुकान पर लगा हुआ है।