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अचानक से दोनों किडनी का फेल होना, हाई बीपी में खतरा

locationजयपुरPublished: May 24, 2021 06:46:20 pm

Submitted by:

Archana Kumawat

क्रॉनिक किडनी रोग का मुख्य कारण डायबिटीज और हाई बीपी है।

अचानक से दोनों किडनी का फेल होना, हाई बीपी में खतरा

अचानक से दोनों किडनी का फेल होना, हाई बीपी में खतरा


रमेश (34 वर्ष ) अपना कामा ठीक से कर रहे थे। अचानक कुछ दिनों से कमजोरी, हाथ-पैरों में अकडऩ की समस्या होने लगी। जांच से पता चला कि उन्हें काफी समय से हाई बीपी की समस्या थी। इस कारण दोनों किडनी फेल हो चुकी है। ऐसे कई केस आ चुके हैं।
बीपी को नियंत्रित कर लवण को नियमित करती किडनी
किडनी शरीर में से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकलने का काम करती हैं। इसके अलावा किडनी रक्त चाप को नियंत्रित करने, हड्डियों को मजबूत बनाने, लवण और हीमोग्लोबिन को नियमित करने का काम भी करती हंै। किडनी में दो तरह की समस्या होती है। एक, एक्यूट किडनी डिजीज, जिसमें किडनी में अस्थाई रूप से खराब होती है और सही हो जाती है। जैसे उल्टी-दस्त या डिहाइड्रेशन होने पर किडनी काम करना बंद कर देती है। उपचार मिलने से समस्या दूर हो जाती है। दूसरी, क्रॉनिक किडनी डिजीज। यह रोग धीरे-धीरे बढ़ता हैै लेकिन गंभीर होता है।

क्रॉनिक किडनी रोग का मुख्य कारण डायबिटीज और हाई बीपी है। इसके अलावा मोटापा, लंबे समय तक दर्द निवारक दवा लेना, किडनी स्टोन और आनुवांशिक रोग भी कारण हो सकते हैं। कई बार ८०-९०त्न तक किडनी खराब होने पर भी कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं।

डायबिटीज और बीपी में समय पर करवाते रहें जांच
यदि डायबिटीज और बीपी की समस्या है तो किडनी रोग के लक्षणों का इंतजार न करें। डॉक्टर की सलाह से किडनी की समय-समय पर जांच करवाएं।
यूरिन कम होना, चेहरे पर सूजन, भूख कम लगना, हाथ-पैरों में दर्द, बार-बार उल्टी होना, चलने पर सांस फूलना, नींद कम आना आदि लक्षण हो सकते हैं।
नियमित व्यायाम करें, दो से तीन लीटर लिक्विड और हैल्दी डाइट लें, दर्द निवारक दवा डॉक्टर की सलाह से ही लें। स्मोकिंग न करें। बीपी-शुगर नियंत्रित रखें।
क्रॉनिक समस्या में किडनी ट्रांसप्लांट या डायलिसिस से उपचार किया जाता है।

डॉ. जितेन्द्र गोस्वामी
गुर्दा रोग विशेषज्ञ, जयपुर

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