सिनेमा की जगह कभी नहीं ले सकेगा ओटीटी
जयपुरPublished: Jan 08, 2021 11:04:22 pm
नवाचार – एक्सपर्ट मनोज वर्मा बता रहे हैं फिर लौटेगा मल्टीप्लेक्स का दौर
सिनेमा की जगह कभी नहीं ले सकेगा ओटीटी
मनोज वर्मा, प्रोड्यूसर-डायरेक्टर, रायपुर कोविड १९ के इस दौर में हर क्षेत्र में काफी बदलाव आए हैं। सिनेमा भी इससे अछूता नहीं है। इसका स्थान पिछले एक वर्ष से ओटीटी ने ले लिया है। कोरोना की वजह से लोग अब भी सिनेमाघरों में जाने से कतरा रहे हैं। ओटीटी लोगों को इसलिए भी सहज लग रहा है क्योंकि इसमें किसी की कोई रोकटोक नहीं और कोई सेंसर सर्टिफिकेट नहीं है। इसके विपरीत सिंगल स्क्रीन या मल्टीप्लेक्स एक कल्चर के रूप में विकसित हो गया है जहाँ सार्वजनिक तौर पर लोग अपने अपने परिवारों के साथ फिल्म देखना पसंद करते हैं।
मल्टीप्लेक्स कल्चर ने बदली तस्वीर
याद करें जब दूरदर्शन के साथ अन्य बहुत से प्राइवेट चैनल शुरू हुए थे, तब भी ये कयास लगाए गए कि सिनेमाघर अब ख़त्म हो जाएंगे और लोग घर बैठ कर ही फिल्म का आनंद लेंगे। लेकिन फिर दौर शुरू हुआ मल्टीप्लेक्स का। अब मल्टीप्लेक्स कल्चर विकसित हो गया है, जहाँ फिल्म के साथ, सैर सपाटा और अन्य मनोरंजन भी होते हैं। ऐसे में लोगों का छोटे परदे से रुख वापस बड़े परदे की ओर हो गया।
फिल्म का आनंद सिनेमाघर में ही आएगा :
यही स्थिति ओटीटी के साथ होने वाली है। आप बिना सिनेमाघर के सिनेमा देख ज़रूर रहे हैं लेकिन जो आनंद सिनेमाघर में है, वह किसी मोबाइल पर देखकर नहीं लिया जा सकता। इसलिए सिनेमा को ‘लार्जर देन लाइफÓ कहा जाता है।
वेबसीरीज तक ही सिमट जाएगा ओटीटी :
2021 में सिनेमाघर शुरू होने के बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म सीरियल या वेबसीरीज तक सिमट के रह जाएंगे। सिनेमाघर पहले की तरह अपने पूरे शबाब के साथ वापसी करेगा। यदि परिस्थितियां सामान्य रहीं तो 2021 सिनेमाघरों के लिए वरदान साबित होगा। उसका अस्तित्व मिटा पाना नामुमकिन है।
(इंटरव्यू – ताबीर हुसैन)