यह पहला मौका नहीं है जब राज्य सरकार कोई धरना-प्रदर्शन करने जा रही है। इससे पहले केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से गिरती अर्थव्यवस्था और गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने के विरोध में कांग्रेस ने पैदल मार्च निकाला था। पीसीसी से पैदल मार्च सिविल लाइन फाटक पहुंचा था, जहां धरना देने के बाद राज्यपाल को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इससे पहले जिलों में भी धरना दिया गया था।
14 की तैयारी भी हो जाएगी इस धरने के माध्यम से सरकार 14 को एआईसीसी के आह्वान पर दिल्ली में होने वाली रैली की तैयारी भी कर लेगी। इस रैली में राजस्थान से 50 हजार और जयपुर से 10 हजार कार्यकर्ताओं को ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस धरने से पता लग जाएगा कि दिल्ली में होने वाली रैली में राजस्थान की भागीदारी कैसी रहेगी। दिल्ली के प्रदर्शन को लेकर राजस्थान कांग्रेस में लगातार बैठकों के दौर चल रहे हैं। खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत धरने की तैयारियों पर नजर रखे हुए हैं।