पाक विस्थापितों की नागरिकता के लिए संघर्ष कर रही निमित्तेकम संस्थान के जय आहूजा ने बताया कि बिल के पास होने से सबसे बड़ी राहत छह साल की मिलेगी। अभी तक नागरिकता के लिए 12 साल इंतजार करना होता था। इसे घटकर छह साल कर दिया गया है।
मुखिया को मिलती थी नागरिकता सबसे पहले पाक विस्थापित परिवार के मुखिया के को नागरिता दी जाती है। इसके बाद परिवार के एक-एक सदस्य को नागरिकता दी जाती है। ऐसे में एक परिवार को नागरिकता लेने में चार साल तक लग जाते हैं। अब परिवार को राहत मिलेगी।
मनाया जश्न, आतिशबाजी की नागरिकता संशोधन बिल के पक्ष में पाक विस्थापितों ने बुधवार को मानसरोवर में एकजुट होकर खुशियां मनाई। समस्त पाक विस्थापित हिन्दू व निमित्तेकम संस्था की ओर से कार्यक्रम रखा गया। सभी ने एकजुट होकर एक-दूसरे को बधाई दी और मिठाई खिलाई। देर रात तक जश्न मनाया। लोग शाम पांच बजे से ही बिल के पास होने का इंतजार कर रहे थे। खबर आते ही खुशी से झूम उठे।