नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में निकाले गए शांति प्रदर्शन को लेकर आज जयपुर शहर में इंटरनेट बंद रहा। शहर में प्रदर्शन को लेकर बंद किए गए नेट,बस और मेट्रो ट्रेन के कारण लोग भयभीत से भी नजर आए। जिस कारण से जयपुर के लोगों ने आज घर से बाहर निकलना उचित नहीं समझा। वीकेंड होलीडे होने और क्रिसमस नजदीक होने के बावजूद मॉल में ग्राहकों की भीड़ नहीं दिखी। वहीं इंटरनेट बंद रहने से ऑनलाइन कारोबार भी चौपट रहा। माेबाइल इंटरनेट बंद रहने के कारण लोग जरुरी काम होने पर भी बाहर नहीं निकल पाए। वहीं जो लोग घर से बाहर निकलना चाह रहे थे उन्हें पब्लिक टांसपोर्ट बंद होने के कारण भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ओला-उबर या अन्य कंपनियों से भी कैब और बाइक बुक नहीं हो सकी। वहीं आनलाइन फुड भी आर्डर नहीं हो सके। लोग जोमैटो व स्विगी से ऑर्डर बुक नहीं कर पाए। ज्यादा परेशानी उन बुजुर्गों को हुई जो आनलाइन फुड मंगवा कर अपना पेट भर रहे थे। वहीं पब्लिक टांसपोर्ट और कैब बुक नहीं होने से वह कही जा भी नहीं पाए।
ऑनलाइन ट्राजेक्शन भी नहीं हुआ
नेट बंदी के कारण लोग किसी भी डिजीटल एप से ऑनलाइन ट्राजेक्शन नहीं कर सकें। जिससे व्यापारियों से लेकर अन्य लोगों को जरूरी काम अटक गए। पेटीएम, फोनपे, गूगल पे जैसे ई-वॉलेट और नेट बैंकिंग बंद होने से ऑनलाइन पेमेंट और शॉपिंग भी नहीं हो सकी। वहीं कई जगह एटीएम कार्ड स्वाइप तक नहीं हो सकें। सबसे ज्यादा पेट्राेल पंपों पर परेशानी हुई जहां एटीएम कार्ड स्वाइप नहीं हुए। वहीं रेलवे बस एयरपोर्ट के टिकट भी बुक नहीं हुए। वहीं शहर का पर्यटन भी काफी प्रभावित हुआ। नेट बंदी से करोड़ों रुपए का नुकसान होने की आशंका हैं।
ऑनलाइन ट्राजेक्शन भी नहीं हुआ
नेट बंदी के कारण लोग किसी भी डिजीटल एप से ऑनलाइन ट्राजेक्शन नहीं कर सकें। जिससे व्यापारियों से लेकर अन्य लोगों को जरूरी काम अटक गए। पेटीएम, फोनपे, गूगल पे जैसे ई-वॉलेट और नेट बैंकिंग बंद होने से ऑनलाइन पेमेंट और शॉपिंग भी नहीं हो सकी। वहीं कई जगह एटीएम कार्ड स्वाइप तक नहीं हो सकें। सबसे ज्यादा पेट्राेल पंपों पर परेशानी हुई जहां एटीएम कार्ड स्वाइप नहीं हुए। वहीं रेलवे बस एयरपोर्ट के टिकट भी बुक नहीं हुए। वहीं शहर का पर्यटन भी काफी प्रभावित हुआ। नेट बंदी से करोड़ों रुपए का नुकसान होने की आशंका हैं।