जयपुर

ग्राउंड रिपोर्टः सिविल डिफेंस के वॉलियंटर्स की जान जोखिम में

300 से ज्यादा सिविल डिफेंस के वॉलियंटर्स जुटे जिला प्रशासन के साथ, वॉलियंटर्स को न मास्क मिले और न ही सेनेटाइजर, जिला प्रशासन से गुहार के बाद भी नहीं हो रही सुनवाई, हर गली-मोहल्ले मेंलोगों के बीच जागरुकता और खाना वितरित करने जैसे काम कर रहे हैं

जयपुरMar 30, 2020 / 10:52 am

firoz shaifi

Civil Defense volunteers

जयपुर। कोरोना जैसी महामारी के प्रकोप से बचने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है। लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं, लेकिन इसी महामारी में एक तबका ऐसा भी जो अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों की मदद कर रहा है। ये हैं सिविल डिफेंस के वॉलियंटर्स, जो इन दिनों जिला प्रशासन के साथ लोगों की मदद करने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।

प्राकृतिक आपदा और दुर्घटना होने पर प्रशासन और लोगों के साथ अपनी जान की परवाह किए बगैर हमेशा साथ खड़े रहने वाले सिविल डिफेंस के वॉलियंटर्स कोरोना जैसी महामारी में भी अपने काम को अंजाम दे रहे हैं।

रात-दिन ये वॉलियंटर्स जिला प्रशासन के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं और गली-मौहल्लों में जाकर लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के उपाय बता रहे हैं साथ ही पके भोजने के पैकेट और राहत सामग्री घर-घर जाकर वितरित कर रहे हैं।

बावजूद इसके जिला प्रशासन इनकी जान को जोखिम में डालने पर तुला है। जिला प्रशासन की ओर से न तो इन्हें मास्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं और न ही सेनेटाइजर। ऐसे में सुरक्षा के अभाव में अगर संक्रमण का खतरा सिविल डिफेंस के वॉलियंटर्स में बढ़ गया तो शहर में बड़ा संकट पैदा हो सकता है।


पड़ताल में सच्चाई आई सामने
जिला प्रशासन की ओर से दावे किए जा रहे हैं कि शहर भर में सेनेटाइजर और मास्क वितरित किए जा रहे हैं, लेकिन जब इसकी पड़ताल की गई तो सच सामने आया। रविवार को जब पत्रिका टीवी संवाददाता मौके पहुंचे तो कई वॉलियंटर्स जिला कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों से मास्क सेनेटाइजर के लिए गुहार लगाते हुए नजर आए।

वॉलियंटर्स ने बताया कि जिला कलक्टर से लेकर सभी एडीएम, एसडीएम और अन्य अधिकारियों के साथ दिनभर काम करते है। उन्हें हमारी स्थिति दिखाई नहीं देती। हमनें सैनिटाइजर मांगा तो बाद में देने के लिए कहा। बावजूद अभी तक किसी ने सुध नहीं ली। ऐसी खतरनाक स्थिति में काम करने की इच्छा भी खत्म होती जा रही है।


सिविल डिफेंस के 300 से ज्यादा वॉलिंटियर दे रहे हैं सेवाएं
शहर में कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच सिविल डिफेंस के 300 से अधिक वॉलिंटियर्स लगे हुए है। चाहे नगर निगम में तैनात हो या फिर ई-रिक्शा पर जाकर लोगों को अवेयर कर रहे है। वॉलियंटर्स को डर इस बात का है कि बचाव के पुख्ता सामान उन्हें उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं।


अपने स्तर पर मास्क-सेनेटाइजर खरीदने को मजबूर
रविवार को कलेक्ट्रेट में सिविल डिफेंस के वॉलियंटर्स ने बताया कि वे अपने स्तर पर मास्क और सेनेटाइजर खरीद रहे हैं, जिन वॉलियंटर्स के पास मास्क नहीं है वो रुमाल से अपने मुंह कवर किए हुए हैं। वॉलियंटर्स ने बताया कि दो दिन पहले 8 वॉलियंटर्स के बीच एक सेनेटाइजर दिया गया था जो उसी शाम को खत्म हो गया था। ऐसे में सवाल ये खड़ा होता है कि क्या जिला प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है।


इनका कहना है
हां वॉलियंटर्स की शिकायत है, पहले जो मिले थे वो सब बांट दिए, हमें आगे मिले तो हम वॉलियंटर्स को दें। कलक्टर साहब को भी इसके लिए कहा है।
जगदीश रावत, उपनियंत्रक, सिविल डिफेंस

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