जयपुर

कांग्रेस में सियासी बवाल चरम पर, गहलोत-डोटासरा ने साध रखी है चुप्पी

-गहलोत खेमे के कांग्रेस विधायकों ने भी सियासी बयानबाजी से बनाई दूरी, गहलोत कैंप के मान जाने वाले बसपा, निर्दलीय और लोकदल के विधायकों ने खोल रखा है पायलट कैंप के खिलाफ मोर्चा

जयपुरJun 16, 2021 / 11:26 am

firoz shaifi

फिरोज सैफी/जयपुर।

सूबे की सियासत में बीते एक सप्ताह कांग्रेस में सियासी बवाल अपने चरम पर है। सियासी घटनाक्रम के बीच गहलोत-पायलट कैंप से जुड़े विधायकों के बीच जुबानी जंग जारी है। बावजूद इसके इस पूरे सियासी घटनाक्रम और हो रही बयानबाजी पर मुख्य़मंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की रहस्यमयी चुप्पी कांग्रेस के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है।

कांग्रेस हलकों में चर्चा इस बात की है कि कांग्रेस की सियासत में इतना बड़ा घटनाक्रम चल रहा है लेकिन न तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और न ही पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा सियासी बयानबाजी पर रोक लगाने के लिए आगे आए हैं, और न ही उनकी तरफ से मामले को शांत कराने के लिए कोई बयान जारी किया गया है।

कांग्रेस हलकों में चर्चा इस बात की है कि अगर सचिन पायलट कैंप और अशोक गहलोत कैंप से जुड़े विधायकों के बीच बयानबाजी इसी तरह चलती रही तो इसका खमियाजा पार्टी को उठाना पड़ सकता है। साथ ही विपक्ष को भी कांग्रेस पर हमलावर होने का मौका मिल रहा है। जबकि होना ये चाहिए था कि पीसीसी चीफ को दोनों ही खेमों से जुड़े विधायकों को सार्वजनिक बयानबाजी नहीं करने की बजाए पार्टी फोरम पर ही अपनी बात रखने के निर्देश जारी करने चाहिए थे।

गहलोत कैंप के कांग्रेस विधायकों ने भी साधी चुप्पी
वहीं दूसरी ओर दिलचस्प बात यह है कि सियासी घटनाक्रम पर गहलोत कैंप के कांग्रेस विधायकों ने भी पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है, या यूं कहें कि इस पूरे मामले से दूरी बना रखी है। अभी तक गहलोत कैंप के कांग्रेस विधायकों में से किसी का भी यह बयान सामने नहीं आया है जबकि गहलोत कैंप के ही माने जाने वाले बसपा, आरएलडी और निर्दलीय विधायकों ने सचिन पायलट कैंप के विधायकों की ओर से की जा रही बयानबाजी का जवाब दिया है।

एक रणनीति के तहत बनाई मामले से दूरी
विश्वस्त सूत्रों की माने तो अशोक गहलोत कैंप से आने वाले कांग्रेस विधायकों ने एक रणनीति के तहत ही सियासी बयानबाजी से दूरी बनाई हुई है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से भी कांग्रेस विधायकों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि वह किसी प्रकार की बयानबाजी नहीं करें जिससे कि कांग्रेस में शीर्ष स्तर पर कोई गलत संदेश जाए।

यही वजह है कि अभी तक भी गहलोत कैंप के किसी भी कांग्रेस विधायक की ओर से कोई बयान नहीं आया है। हालांकि इस मामले को लेकर गहलोत कैंप के कांग्रेस विधायक अंदर खाने तो इस मामले की चर्चा करते हैं लेकिन खुलकर इस मामले पर बोलने से बचते हैं।

इन विधायकों ने खोल रखा है पायलट कैंप के खिलाफ मोर्चा
वहीं दूसरी ओर अशोक गहलोत कैंप के माने जाने वाले जिन विधायकों ने सचिन पायलट कैंप के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है, उनमें बसपा से कांग्रेस में आए विधायक, निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा, लक्ष्मण मीणा, लोकदल से विधायक और मंत्री सुभाष गर्ग जैसे विधायक पायलट कैंप पर बयानबाजी कर रहे हैं।

इधर अशोक गहलोत कैंप के नेताओं ने पायलट कैंप के माने जाने वाले वरिष्ठ विधायक भंवरलाल शर्मा से ही मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कराकर पायलट कैंप को झटका दिया। बहरहाल कांग्रेस के दो खेमों के बीच शुरू हुई बयानबाजी पर कांग्रेस आलाकमान कब संज्ञान लेता है, इस पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं।

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