उन्होंने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि पायलट के दवाब में निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिला। यदि पायलट को 2018 की तरह 2023 में चुनाव लड़ाने की भूमिका में रखा तो पार्टी को नुकसान होगा।
बड़ी बात यह है कि एक दिन पहले ही छह विधायकों को मुख्यमंत्री का सलाहकार बनाया गया है। इनमें रामकेश मीणा भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पायलट ने पहले हमारे टिकट कटवाए। इसलिए हमें निर्दलीय चुनाव लडऩा पड़ा। वैसे मंत्री बनाना या नहीं बनाना मुख्यमंत्री और आलाकमान का विशेषाधिकार है। सलाहकार बनाया है तो उसका निर्वहन करेंगे।