इसके अलावा 150 यूनिट तक बिजली उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 3 रुपए और 150 से 300 यूनिट तक बिजली खर्च कर रहे उपभोक्ताओं को 2 रुपए प्रति यूनिट अनुदान दिया जाएगा। गहलोत ने कहा है कि 300 यूनिट से अधिक बिजली खर्च कर रहे उपभोक्ताओं को भी अनुदान दिया जा सकेगा। ऐसे में प्रदेश के एक करोड़ 18 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को इस बजट में निशुल्क बिजली और अनुदान का तोहफा मिला है।
किस प्रकार मिलेगा अनुदान
हम आपको बताते हैं कि बजट के दौरान बिजली अनुदान की घोषणा के बाद उपभोक्ताओं को किस प्रकार छूट मिल सकेगी। गहलोत सरकार वर्तमान में 50 यूनिट तक बिजली खर्च कर रहे बीपीएल और छोटे घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली बिल में अनुदान दिया जा रहा है। इसके तहत बीपीएल को प्रति यूनिट 1.90 रुपए और छोटे घरेलू उपभोक्ताओं को 1.30 रुपए प्रति यूनिट अनुदान दिया जा रहा है। इसमें भी 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर 50 यूनिट निशुल्क दी जाएगी। ऐसे में प्रदेश के बीपीएल और छोटे घरेलू उपभोक्ताओं को बड़ा फायदा होगा। प्रदेश में बीपीएल छोटे घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या 60 लाख से ज्यादा है। इसमें भी 20 लाख बीपीएल शामिल हैं।
प्रति यूनिट यूं मिलेगा फायदा
विद्युत वितरण निगम के अनुसार वर्तमान में बिजली बिल के कई स्लैब बने हुए हैं। इसमें 1 से 50 यूनिट तक बीपीएल और छोटे घरेलू उपभोकताओं का शामिल कर रखा है। इसमें बीपीएल के बिल में प्रतियूनिट 3.50 रुपए में 1.90 प्रति यूनिट का अनुदान दिया जा रहा है। इसी प्रकार छोटे घरेलू उपभोक्ता को 3.85 रुपए प्रति यूनिट के बदले 1.30 रुपए प्रति यूनिट अनुदान दिया जा रहा है। इसके बाद 51 से 150 यूनिट का स्लैब है, जिसमें प्रति यूनिट 6.50 रुपए वसूले जा रहे हैं। सरकार की ओर से अनुदान के बाद बिल की राशि बहुत कम हो जाएगी और उपभोक्ता को प्रति यूनिट 3.50 रुपए ही देने होंगे। इसी प्रकार 151 से 300 यूनिट तक वतर्मान में प्रति यूनिट 7.35 रुपए वसूले जा रहे हैं और अनुदान मिलने के बाद यह राशि 5.35 रुपए रह जाएगी। ऐसे प्रदेश के एक करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं को बिल की राशि में राहत मिल सकेगी।
किस स्लैब में कितने उपभोक्ता
विद्युत निगम की माने तो 50 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले बीपीएल और छोटे घरेलू उपभोक्ता 62 लाख के करीब हैं। इसके अलावा 51 से 150 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या 45 लाख से अधिक है। ऐसे में 150 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या 107 लाख है। उधर, 151 से 300 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या 8 लाख के करीब है और 300 यूनिट से अधिक बिजली खर्च करने वाले बड़े घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या 3 लाख के आसपास बताई जा रही है।