जवाब — भाजपा ने पहले दिन से धनबल और बाहुबल के आधार पर हमारी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की है, लेकिन हमारे विधायकों की एकजुटता और जनता के समर्थन से उन्हें हर बार मुंह की खानी पड़ी है। आम जनता ने भाजपा के इन मंसूबों की निंदा की है, कर रही है और आगे भी करती रहेगी। राजस्थान में ऐसी परंपरा नहीं रही है। जब यहां भैरों सिंह की सरकार थी तब उनकी पार्टी के लोगों ने ही उनकी सरकार गिराने की कोशिश की। मैं वो व्यक्ति हूं जो उस समय पीसीसी प्रेसिडेंट और केंद्रीय मंत्री होते हुये भी राज्यपाल बलिराम भगत के पास गया और इसका विरोध किया। मैंने पब्लिक में इस बारे में बयान भी दिए थे। भाजपा के वरिष्ठ नेता इस बात को जानते हैं कि मैंने तब भैरो सिंह की सरकार को गिराने नहीं दिया।
सवाल — आपने नागरिकता संशोधन कानून और अब कृषि कानून को लेकर केंद्र से सीधा लोहा लिया, अब क्या रणनीति बनाएंगे ।
जवाब — इस देश को आजाद कराने से लेकर एक रखने के लिये हमारे नेताओं ने लंबा संघर्ष किया है।नागरिकता संशोधन कानून इस देश की एकता के लिए खतरा है इसलिए हमने इसका सार्वजनिक तौर पर विरोध किया। कृषि कानून पर केंद्र सरकार ने किसी की राय नहीं ली और कानून बना दिया। जिन किसानों के नाम पर कानून बना वो ही इसका विरोध कर रहे हैं ये देश का दुर्भाग्य है कि ऐसे लोग सत्ता में हैं जो सरकार की आलोचना को देशद्रोह कहते हैं।
जवाब — कोविड के कारण राज्य के आर्थिक हालातों पर बड़ा नकारात्मक असर पड़ा है। हमारे पिछले बजट के अनुमानों में भी अंतर आया है। कोविड प्रबंधन में भी बड़ा खर्च हुआ है। हमने सरकारी खर्च की प्लानिंग नए सिरे से की है। महामारी से मुकाबला पूरी तरह राज्यों को करना पड़ रहा है। केंद्र सरकार को आगे बढ़कर राज्यों की मदद करनी चाहिए थी लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। केंद्र सरकार राज्यों का जीएसटी का बकाया तक नहीं चुका रही है
जवाब — जैसे ही संगठन के साथ चर्चा पूरी होगी तो मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां हो जाएगी। सवाल— अपनी सरकार को कितने नंबर देंगे
जवाब — इस बार हमने चुनौतियों को अवसर में बदलकर बेहतरीन काम किया है। नंबर देने का काम जनता का है। मैं मानता हूं कि सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है जो हम आगे भी करते रहेंगे।
जवाब — लाखों कांग्रेस कार्यकर्ता और देश के नागरिक ये चाहते हैं कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाए जिससे मोदी सरकार के सामने एक मजबूत विपक्ष का चेहरा सामने हो। चाहे कोरोना हो या आर्थिक संकट हो या किसान आंदोलन हो, जिस तरह राहुल गांधी ने अपनी बात रखी है और उसकी परिणिति हुई है, उससे लोगों का राहुल गांधी पर भरोसा बढ़ा है। जिस तरह बीजेपी ने सोशल मीडिया पर उनकी छवि खराब की और उनके बारे में झूठ फैलाया, अब उस झूठ का गुब्बारा फूट चुका है और देश सच्चाई समझ चुका है।