धारीवाल ने बताया कि अभी जेसीटीएसएल के बेड़े में 200 बसें हैं। 50 मिडी बसें शामिल होने के बाद 250 बसें हो जाएगी। जल्द इलेक्ट्रिक बसें भी इस बेड़े में शामिल होगी, जिसके बाद बसों की संख्या करीब 400 हो जाएंगी। इन बसों के शामिल होने से शहर यातायात सुगम होगा और यात्रियों को भी लाभ मिलेगा। इन बसों का 6 मार्गों पर संचालित किया जाएगा। बगराना डिपो को लेकर धारीवाल ने कहा कि 21 जुलाई, 2015 को जेडीए ने बगराना में बसों के रखरखाव के लिए 10 बीघा जमीन दी गई थी। इसके लिए निर्माण के लिए 16.75 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए थे। आगार का निर्माण कार्यकारी एजेन्सी रूडसिको से कराया गया है। बगराना आगार में बेसमेण्ट में 33 व ग्राउण्ड फ्लोर पर 85 (कुल 118) बसों को पार्क करने की सुविधा है। इस आगार से स्मार्ट सिटी जयपुर से मिले 25 करोड़ रुपए से 100 मिडी बीएस-6 डीजल बसों का संचालन किया जाएगा। आगार में बसों की साफ-सफाई और रिपेयरिंग की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
प्रवास एप का भी लोकार्पण धारीवाल ने प्रवास एप का भी लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि इस एप के माध्यम से यात्री अपनी यात्रा के अनुसार नजदीकी बस स्टॉप, बस की लोकेशन व यात्रा के अन्य विकल्पों का चयन किया जा सकेगा। इसके अलावा जेसीटीएसएल अपनी सुविधाओं के आधुनिकीकरण के तहत कैशलेस फेयर कलेक्शन व बसों की माॅनीटरिंग के लिए जीपीएस ट्रेकिंग व अन्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) लागू करने जा रहा है। जिससे यात्रियों को बेहतर व सुरक्षित व सुविधाजनक यात्रा की सुविधा मुहैया कराई जा सकेगी।